Shaniwar ke Totke: शनिवार के दिन करें ये टोटके, शनि देव की कृपा से नहीं रहेगी धन-धान्य की कमी
हिंदू धर्म में माना गया है कि शनि देव व्यक्ति को उसके कर्मों के आधार पर शुभ या अशुभ फल देते हैं इसलिए उन्हें कर्म फलदाता भी कहा जाता है। शनिवार का दिन शनि देव को समर्पित माना गया है। ऐसे में आज हम आपको शनिवार के कुछ ऐसे टोटके बताने जा रहे हैं जिन्हें आजमाकर आप करियर से लेकर आर्थिक मामलों तक में लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। शनि देव को हिंदू धर्म में न्याय का देवता कहा जाता है। माना जाता है कि जब किसी जातक पर शनि देव की कृपा बरसती है, तो उसे अपने कार्यक्षेत्र में उन्नति देखने को मिलती है और किसी भी काम में कोई रुकावट नहीं आती। ऐसे में यदि आप भी शनि देव की कृपा के पात्र बनना चाहते हैं, तो इसके लिए शनिवार के दिन ये टोटके (Shaniwar Ke Upay) आजमा सकते हैं।
करियर में नहीं आएगी अड़चन
यदि अनेक प्रयासों के बाद भी नौकरी या फिर कारोबार में उन्नति नहीं मिल रही है, तो इसके लिए आप शनिवार के दिन ये टोटका कर सकते हैं। इसके लिए शनिवार के दिन पीपल का पत्ता लें और उसको गंगाजल से धोकर शुद्ध कर लें। आप चाहें, तो इसके लिए दूध का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। फिर उस पत्ते को साफ जगह रख दें। ऐसा आपको सात शनिवार तक करना है। इसके बाद सातों पत्तों पर हनुमान जी का नाम लिखकर नदी में प्रवाहित कर दें। ऐसा करने से करियर में आ रही अड़चन दूर होती हैं।
नहीं होगी धन-धान्य की कमी
शनिवार के दिन एक रोटी पर सरसों का तेल लगाकर इसे काले कुत्ते को खिलाना चाहिए। इसके साथ ही आप हर शनिवार के दिन काले कुत्ते को दूध और रोटी भी खिला सकते हैं। ऐसा करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं, जिससे साधक को धन-धान्य की कोई कमी नहीं होती।यह भी पढ़ें - Lal Kitab Upay: शुक्रवार को करें लाल किताब के ये अचूक उपाय, धन से जुड़ी समस्या चुटकियों में होगी दूर
जरूर करें ये काम
शनिवार के दिन घर में लोबान जरूर जलाएं। ऐसा करने से शनिदेव की कृपा तो प्राप्त होती ही है, साथ ही इससे घर में व्याप्त नकारात्मक ऊर्जा भी समाप्त होती है। इसके साथ ही प्रत्येक शनिवार को सूर्यास्त के बाद शनि मंदिर जाकर सरसों के तेल का दीपक भी जरूर जलाएं। यह भी शनि देव की कृपा प्राप्ति के एक उत्तम उपाय माना गया है।अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।