Shardiya Navratri 8th day 2023: मां महागौरी की पूजा से कट जाते हैं सभी पाप, पढ़िए व्रत कथा
Maa Mahagauri Vrat Katha हिंदू धर्म में नवरात्र की अवधि विशेष महत्व रखती है। प्रति वर्ष आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से शारदीय नवरात्र की शुरुआत होती है। इस साल 15 अक्टूबर से शारदीय नवरात्र का शुभारंभ हुआ था। ऐसे में महाष्टमी का व्रत 22 अक्टूबर रविवार के दिन किया जाएगा।
By Suman SainiEdited By: Suman SainiUpdated: Sat, 21 Oct 2023 02:29 PM (IST)
नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क। 7th day of navratri: नवरात्र के नौ दिनों में मां दुर्गा के अलग-अलग नौ स्वरूपों की पूजा-अर्चना की जाती है। नवरात्र का आठवां दिन मां दुर्गा के स्वरूप मां महागौरी को समर्पित माना गया है। नवरात्र की इस अष्टमी तिथि को महाष्टमी या दुर्गा अष्टमी के नाम से भी जाना जाता है। ऐसे में आइए जानते हैं देवी महागौरी की व्रत कथा।
मां महागौरी की व्रत कथा (Maa Mahagauri Vrat Katha)
पौराणिक कथा के अनुसार, माता पार्वती ने भगवान शिव को अपने पति के रूप में पाने के लिए हजारों वर्षों कड़ी तपस्या की थीं। इस दौरान माता पार्वती ने अन्न, जल का त्याग कर दिया था, जिसके कारण उनका पूरा शरीर काला पड़ गया था।
मां पार्वती के इस कठोर तप को देखकर शिव जी प्रसन्न हुए और उन्हें अपनी पत्नी के रूप में स्वीकार किया। शरीर के काले पड़ जाने के कारण शिव जी ने उन्हें गंगा जल से पवित्र किया, जिसके बाद उनका शरीर फिर से कांतिमय हो गया। इस दौरान उनका वर्ण सफेद हो गया जिस कारण वह महागौरी कहलाईं।
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इस मंत्र से प्रसन्न होंगी मां महागौरी (Maa Mahagauri Mantra)
- श्वेते वृषे समरूढा श्वेताम्बराधरा शुचिः। महागौरी शुभं दद्यान्महादेवप्रमोददा।।
- देवी सर्वभूतेषु मां गौरी रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।
माना जाता है कि देवी महागौरी की पूजा मात्र से भक्तों के सभी पाप नष्ट हो जाते हैं और साधक को अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है। ऐसे में शारदीय नवरात्र पर मां महागौरी की पूजा के दौरान इन मंत्रों का जाप करना विशेष फलदायी होता है। इससे न केवल जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है बल्कि विवाह संबंधी समस्याओं से भी मुक्ति मिलती है।
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