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Durga Puja 2023: नवरात्रि के चौथे दिन 'सौभाग्य' योग समेत बन रहे हैं ये 6 अद्भुत संयोग, प्राप्त होगा कई गुना फल

मां कूष्मांडा की पूजा करने से साधक को मृत्यु लोक में सभी प्रकार के सुखों की प्राप्ति होती है। साथ ही घर में सुख समृद्धि और खुशहाली बनी रहती है। ज्योतिषियों की मानें तो शारदीय नवरात्रि के दिन सौभाग्य योग समेत 6 अद्भुत संयोग का निर्माण हो रहा है। इस दौरान मां की पूजा करने से साधक को कई गुना फल प्राप्त होता है।

By Pravin KumarEdited By: Pravin KumarUpdated: Tue, 17 Oct 2023 03:15 PM (IST)
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Shardiya Navratri 2023 Day 4: नवरात्रि के चौथे दिन दुर्लभ 'सौभाग्य' योग समेत बन रहे हैं ये 6 अद्भुत
धर्म डेस्क, नई दिल्ली | Shardiya Navratri 2023 Day 4: शारदीय नवरात्रि के चौथे दिन मां कूष्मांडा की पूजा-अर्चना की जाती है। साथ ही विशेष कार्य में सिद्धि प्राप्ति हेतु व्रत रखा जाता है। साधक नवरात्रि में नौ दिनों तक व्रत रख विधि विधान से जगत जननी आदिशक्ति मां दुर्गा की पूजा करते हैं। मां कूष्मांडा की पूजा करने से साधक को मृत्यु लोक में सभी प्रकार के सुखों की प्राप्ति होती है। साथ ही घर में सुख, समृद्धि और खुशहाली बनी रहती है। ज्योतिषियों की मानें तो शारदीय नवरात्रि के दिन सौभाग्य योग समेत 6 अद्भुत संयोग का निर्माण हो रहा है। इस दौरान मां की पूजा करने से साधक को कई गुना फल प्राप्त होता है। आइए, शुभ योग, मुहूर्त और पूजा का सही समय जानते हैं-

शुभ मुहूर्त

शारदीय नवरात्रि की चतुर्थी तिथि 19 अक्टूबर को देर रात 01 बजकर 12 मिनट तक है। इसके पश्चात, पंचमी तिथि शुरू होगी। इस दिन आयुष्मान और सौभाग्य समेत कई 6 शुभ योग बन रहे हैं। इन योग में मां कूष्मांडा की पूजा करने से साधक को अक्षय फल की प्राप्ति होती है।

आयुष्मान योग

शारदीय नवरात्रि के चौथे दिन दुर्लभ आयुष्मान योग का निर्माण हो रहा है। इस योग का निर्माण सुबह 08 बजकर 19 मिनट तक है।

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सौभाग्य योग

नवरात्रि के चौथे दिन सौभाग्य योग का निर्माण हो रहा है। इस योग का निर्माण 19 अक्टूबर को सुबह 06 बजकर 54 मिनट तक है। इस योग में मां की पूजा-अर्चना करने से सुख, सौभाग्य और आय में वृद्धि होती है।

सर्वार्थ सिद्धि योग

नवरात्रि की चतुर्थी तिथि पर सर्वार्थ सिद्धि योग का भी निर्माण हो रहा है। इस योग का निर्माण संध्याकाल 09 बजकर 01 मिनट तक है। इस योग में शुभ काम कर सकते हैं। साथ ही मां की पूजा करने से साधक को कई गुना लाभ प्राप्त होता है।

अमृत सिद्धि योग

शारदीय नवरात्रि पर अमृत सिद्धि योग का भी निर्माण हो रहा है। इस योग का निर्माण संध्याकाल 09 बजकर 01 मिनट तक है। इस योग में मां की पूजा करने से आय और सुख में वृद्धि होती है।

रवि योग

शारदीय नवरात्रि की चतुर्थी तिथि पर रवि योग का भी निर्माण हो रहा है। इस योग का निर्माण संध्याकाल 09 बजकर 01 मिनट तक ही है। इस योग में शुभ कार्य कर सकते हैं।

करण

शारदीय नवरात्रि की चतुर्थी तिथि पर वणिज करण का निर्माण हो रहा है। ज्योतिष वणिज करण को शुभ मानते हैं। इस योग में मां की पूजा करने से अक्षय फल की प्राप्ति होती है।

सूर्योदय और सूर्यास्त का समय

सूर्योदय - सुबह 06 बजकर 23 मिनट पर

सूर्यास्त - शाम 17 बजकर 49 मिनट पर

पंचांग

ब्रह्म मुहूर्त - 04 बजकर 43 मिनट से 05 बजकर 33 मिनट तक

विजय मुहूर्त - दोपहर 02 बजे से 02 बजकर 46 मिनट तक

गोधूलि मुहूर्त - शाम 05 बजकर 49 मिनट से 06 बजकर 14 मिनट तक

निशिता मुहूर्त - रात्रि 11 बजकर 41 मिनट से 12 बजकर 32 मिनट तक

अशुभ समय

राहु काल - दोपहर 12 बजकर 06 मिनट से 01 बजकर 32 मिनट तक

गुलिक काल - सुबह 10 बजकर 40 मिनट से 12 बजकर 06 मिनट तक

दिशा शूल - उत्तर

डिसक्लेमर: इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।