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Shardiya Navratri 2023: मां दुर्गा के नौ रूपों से जुड़े हैं ये रंग, पूजा में शामिल करने से बदलेगा आपका भाग्य

Shardiya Navratri 2023 नवरात्रि में नौ दिनों तक मां के नौ रूपों की पूजा का विधान है। साथ ही इन नौ देवियों को नौ रंग समर्पित हैं जिन्हें पूजा में शामिल करने से मां बेहद प्रसन्न होती हैं। ऐसे में आपको पूजा के दौरान उन रंगों को जरूर शामिल करना चाहिए।

By Jagran NewsEdited By: Pravin KumarUpdated: Thu, 12 Oct 2023 02:58 PM (IST)
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मां दुर्गा के नौ रूपों से जुड़े हैं ये रंग

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Shardiya Navratri 2023: शारदीय नवरात्रि को शुरू होने में अब कुछ ही दिन शेष रह गए हैं। भक्त जिस समय का लंबे समय से इंतजार कर रहे थे अब वह समय बेहद करीब है। इस खास दिन के शुभारंभ की तैयारी पहले से ही शुरू हो गई है। नवरात्रि में नौ दिनों तक मां के नौ रूपों की पूजा का विधान है। साथ ही इन नौ देवियों को नौ रंग समर्पित हैं, जिन्हें पूजा में शामिल करने से मां बेहद प्रसन्न होती हैं। ऐसे में आपको पूजा के दौरान उन रंगों को जरूर शामिल करना चाहिए। इसके अलावा अगर आप इन नौ रूपों और उनके पसंदीदा रंगों का महत्व जान लेते हैं, तो इससे श्री जगदम्बा की पूरी कृपा आपको मिल जाती है।

इस बार शारदीय नवरात्रि अश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि यानी 15 अक्टूबर 2023 से शुरू होने जा रही है और इसका समापन अश्विन माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि यानी 24 अक्टूबर 2023 को होगा। तो आइए जानते हैं मां दुर्गा के नौ रूपों और उनके पसंदीदा रंगों का महत्व -

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शैलपुत्री

नवरात्रि का पहला दिन मां शैलपुत्री का होता है। मां को गुलाबी रंग अति प्रिय है। साथ ही गुलाबी रंग खुशी, खुशी और उत्साह का प्रतिनिधित्व करता है। ऐसे में भक्तों को गुलाबी रंग के फूल मां को चढ़ाने की सलाह दी जाती है।

ब्रह्मचारिणी

दूसरा दिन मां ब्रह्मचारिणी का होता है। मां ने भगवान शिव के लिए कई वर्षों तक तपस्या की थी, जिस दौरान उन्होंने सफेद रंग वस्त्र धारण किए थे। इसलिए साधक को मां को मोगरा के फूल चढ़ाने की सलाह दी जाती है।

चंद्रघंटा

तीसरा दिन माता चंद्रघंटा को समर्पित होता है। मां को लाल रंग अति प्रिय है। ऐसे में आपको साहस और शक्ति की प्राप्ति के लिए देवी को लाल रंग के फूल चढ़ाने की सलाह दी जाती है।

कुष्मांडा

चौथा दिन मां कुष्मांडा का होता है। ऐसा कहा जाता है भक्तों को मां को ऑर्गेने रंग का डेजी फूल अवश्य चढ़ाना चाहिए। इससे मां प्रसन्न होती है।

स्कंदमाता

पांचवा दिन मां स्कंदमाता को समर्पित है, जो कार्तिकेय को अपनी गोद में विराजमान रखती हैं। मान्यताओं अनुसार, मां को पीला रंग अति प्रिय है। ऐसे में साधक को पीले रंग के वस्त्र और फूल मां को अवश्य चढ़ाने चाहिए।

कात्यायनी

छठा दिन मां कात्यायनी को समर्पित है। ऐसा कहा जाता है कि माता को गहरा लाल रंग अति प्रिय है। यह रंग समर्पण और इच्छा शक्ति को दर्शाता है। इसलिए भक्तों को गहरे लाल रंग का फूल और वस्त्र मां को जरूर चढ़ाना चाहिए।

कालरात्रि

सातवां दिन मां कालरात्रि को समर्पित होता है। दुश्मनों और बुरी शक्तियों से छुटकारा पाने के लिए मां को शमी का फूल चढ़ाने की सलाह दी जाती है।

महागौरी

आठवां दिन मां गौरी से जुड़ा है। मां को हरा रंग अति प्रिय है। ऐसे में भक्तों को सुझाव दिया जाता है कि वे मां महागौरी को हरे रंग के वस्त्र अर्पित करें और वैवाहिक सुख के लिए प्रार्थना करें।

सिद्धिदात्री

नौवा दिन मां सिद्धिदात्री को समर्पित है, जो भक्त मां सिद्धिदात्री की पूजा करते हैं उन्हें सभी प्रकार की सिद्धियों और तंत्र विद्या का आशीर्वाद मिलता है। मान्यताओं के अनुसार, मां को लाल रंग अति प्रिय है, ऐसे में आपको मां को लाल रंग का फूल अवश्य चढ़ाने चाहिए।

Author - Vaishnavi Dwivedi

डिसक्लेमर- इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/जयोतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देंश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी