Shardiya Navratri 2024: नवरात्र के पहले दिन न करें ये काम, मां दुर्गा हो जाएंगी नाराज
शारदीय नवरात्र (Shardiya Navratri 2024) की शुरुआत आज से हो रही है। वैदिक पंचांग के अनुसार इस बार यह पर्व बेहद ही शुभ माना जा रहा है। ऐसा कहा जाता है कि इस दौरान माता रानी के लिए श्रद्धा के साथ उपवास रखने और पूजा-पाठ करने से जीवन की सभी मुश्किलों का अंत होता है। साथ ही सौभाग्य की प्राप्ति होती है।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। शारदीय नवरात्र का पहला दिन सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है, क्योंकि इस दिन कलश स्थापना होती है। इसरे साथ ही यह नौ दिवसीय उत्सव की शुरुआत का प्रतीक है। इस पावन दिन (Shardiya Navratri 2024) पर भक्त मां दुर्गा के प्रथम स्वरूप मां शैलपुत्री की पूजा करते हैं। ऐसा कहा जाता है कि मां की विशेष पूजा करने से जीवन में आनंद बना रहता है।
साथ ही कल्याण की प्राप्ति होती है। वहीं, इस दौरान कुछ ऐसी बातें हैं, जिनका पालन करने से जीवन में सुख और शांति बनी रहती है, तो आइए जानते हैं।
इन बातों का रखें ध्यान
- नवरात्र के दिन खान-पान का खास ध्यान देना चाहिए।
- इस दौरान तामसिक चीजें जैसे - मांस-मछली-मदिरा, लहसुन और प्याज आदि चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए।
- माता रानी की पूजा शांति, श्रद्धा और प्रेमपूर्वक करनी चाहिए।
- नवरात्र के पावन अवसर पर क्लेश, द्वेष और किसी का अपमान करने से बचें।
- इस दौरान गलती से भी नारी का अपमान नहीं करना चाहिए।
- नवरात्र में पवित्रता का खास ख्याल रखना चाहिए।
- इस दौरान काले रंग के वस्त्र पहनने से बचें।
- इस दौरान पशु-पक्षियों को भूलकर भी परेशान नहीं करना चाहिए।
- इस दौरान पूरे नौ दिन अपने घर में एक पल का ताला न लगाएं।
- इसके साथ ही जमीन पर सोएं और बाल, दाढ़ी और नाखून आदि कटवाने से बचें।
शुभ योग
हिंदू पंचांग के अनुसार, अभिजीत मुहूर्त सुबह 11 बजकर 46 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 33 मिनट तक रहेगा। इस दौरान आप घटस्थापना और देवी की पूजा-अर्चना कर सकते हैं। वहीं, विजय मुहूर्त दोपहर 02 बजकर 08 मिनट से 02 बजकर 55 मिनट तक रहेगा। इसके साथ ही गोधूलि मुहूर्त शाम 06 बजकर 04 मिनट से 06 बजकर 29 बजे तक रहेगा।
यह भी पढ़ें: Shardiya Navratri 2024: शारदीय नवरात्र के प्रथम दिन मां शैलपुत्री देंगी सुख-समृद्धि, लगाएं इन खास चीजों का भोग
अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।