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Shardiya Navratri 2024 Day 3: आज है नवरात्र का तीसरा दिन, इस विधि से करें पूजा, नोट करें भोग से लेकर सबकुछ

नवरात्र के तीसरे दिन (Shardiya Navratri 2024 Day 3) मां चंद्रघंटा की पूजा होती है। देवी बाघ पर सवार हैं और उनके दस हाथ हैं। वह अपने चार दाहिने हाथों में कमल का फूल तीर धनुष और जप माला धारण करती हैं जबकि पांचवें दाहिने हाथ को अभय मुद्रा में रखती हैं। साथ ही वह अपने चार बाएं हाथों में त्रिशूल गदा तलवार और कमंडल धारण करती हैं।

By Vaishnavi Dwivedi Edited By: Vaishnavi Dwivedi Updated: Sat, 05 Oct 2024 09:14 AM (IST)
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Shardiya Navratri 2024 Day 3: मां चंद्रघंटा की पूजा विधि

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। आज शारदीय नवरात्र का तीसरा दिन है। इस दौरान मां दुर्गा के नौ अवतारों की पूजा होती है। नवरात्र का तीसरा दिन मां चंद्रघंटा को समर्पित है। ऐसा कहा जाता है कि जो लोग आज के दिन देवी की विधिपूर्ण पूजा करते हैं और पूजा के सभी नियमों का ध्यान रखते हैं, उनके ऊपर माता रानी की विशेष कृपा होती है। वहीं, कुछ लोगों को पूजा की संपूर्ण जानकारी नहीं होती है, जिसके चलते उनकी पूजा में विघ्न पड़ जाता है।

इसलिए आज हमने मां चंद्रघंटा की पूजा (Shardiya Navratri 2024 Day 3) से जुड़ी संपू्र्ण जानकारी यहां साझा की है, जिससे पूजा बिना बाधा के पूरी हो सके, तो आइए जानते हैं।

मां चंद्रघंटा का प्रिय भोग (Navratri 2024 Bhog)

दूध की खीर और दूध से बनी मिठाई।

प्रिय फूल

पीले रंग के फूल, सफेद कमल।

मां चंद्रघंटा की पूजा विधि (Shardiya Navratri 2024 Puja Vidhi)

  • सबसे पहले स्नान करें और नए या साफ वस्त्र धारण करें।
  • देवी की मूर्ति को चौकी या अपने पूजा स्थान पर स्थापित करें।
  • केसर, गंगा जल और केवड़ा से स्नान कराएं।
  • फिर देवी को नए वस्त्र पहनाएं और उन्हें पीले फूल, चमेली, पंचामृत और मिश्री अर्पित करें।
  • दीपक और धूप जलाएं।
  • देवी खीर का भोग जरूर लगाएं।
  • माता रानी के वैदिक मंत्रों का जाप करें।
  • आरती से पूजा को पूर्ण करें।
  • पूजा में हुई गलतियों के लिए क्षमा याचना करें।

शुभ रंग

इस दिन का शुभ रंग ग्रे है। यदि आप पूजा के दौरान यह शेड पहनते हैं, तो देवी आपको उत्साह प्रदान करेंगी। यह रंग सकारात्मक ऊर्जा से भरपूर होता है और व्यक्ति को उत्साहित रखता है।

स्तुति मंत्र

या देवी सर्वभूतेषु मां चन्द्रघण्टा रूपेण संस्थिता।

नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥

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अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।