Shardiya Navratri 2024 Day 7: रात्रि का ये शुभ मुहूर्त है बेहद खास, जानें कैसे करें मां कालरात्रि की पूजा
मां दुर्गा के भक्तों के लिए शारदीय नवरात्र (Shardiya Navratri 2024) का पर्व बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। पंचांग के अनुसार शारदीय नवरात्र का शुभारंभ 03 अक्टूबर से हुआ है। इस अवधि के दौरान मां दुर्गा के 09 रूपों की पूजा-अर्चना करने का विधान है। मान्यता है कि इससे साधक को जीवन में सभी तरह के भय से छुटकारा मिलता है। साथ ही घर में खुशियों का आगमन होता है।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। शारदीय नवरात्र के सातवें (Navratri 7th Day) दिन मां कालरात्रि की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। देवी को महायोगिनी और शुभंकरी के नाम से जाना जाता है। धार्मिक मत है कि इस दिन व्रत करने से मां कालरात्रि अपने भक्तों की सभी बुरी शक्तियों और काल से रक्षा करती हैं। मां कालरात्रि की पूजा मध्य रात्रि में होती है। ऐसे में आइए जानते हैं मध्य रात्रि का मुहूर्त और पूजा विधि के बारे में।
मां कालरात्रि की पूजा का शुभ मुहूर्त
पंचांग के अनुसार, आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि का प्रारंभ 09 अक्टूबर को दोपहर 12 बजकर 22 मिनट से होगा। वहीं, इसका समापन 10 अक्टूबर को दोपहर में 12 बजकर 31 मिनट पर होगा। आज पूजा करने का शुभ मुहूर्त इस प्रकार है-मध्य रात्रि में 11 बजकर 44 मिनट (Today Shubh Muhurat) से लेकर रात को 12 बजकर 33 मिनट तक है।
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मां कालरात्रि की पूजा विधि
दिनभर उपवास रखें और रात्रि में चौकी पर मां कालरात्रि की प्रतिमा को विराजमान करें। अब मां को फूल चढ़ाएं। दीपक जलाकर आरती कर मंत्र का जप करें। साथ ही मां कालरात्रि की चालीसा का पाठ करें। गुड़ से बनी चीजों को भोग लगाएं। मां से जीवन में सुख-शांति की प्राप्ति के लिए कामना करें। इसके बाद लोगों में प्रसाद का वितरण करें।