Shardiya Navratri Day 7th: मां कालरात्रि को रात में लगाएं ये भोग, प्रसन्न हो जाएंगी देवी मां
जल्द ही नवरात्र की अवधि समाप्त होने जा रही है। इस दौरान मां पार्वती के नौ रूपों की पूजा-अर्चना का विधान है। नवरात्र के सातवें दिन मां कालरात्रि (Shardiya Navratri Day 7th) की पूजा सुबह के साथ-साथ रात में भी की जाती है। ऐसे में चलिए जानते हैं कि रात्रि पूजा के दौरान आप माता काली को क्या-क्या चीजें अर्पित कर सकते हैं।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। नवरात्र के सातवें दिन मां कालरात्रि की पूजा की जाती है। यह देवी पार्वती का सबसे उग्र रूप मानी गई हैं। मां कालरात्रि की आराधना से भक्तों को सभी प्रकार के भय से मुक्ति मिल सकती है। माता कालरात्रि की पूजा दिन में दो बार करने का विधान है। ऐसे में चलिए जानते हैं कि नवरात्र के सातवें दिन रात्रि की पूजा में मां काली को क्या भोग अर्पित किया जा सकता है।
पूजा का शुभ मुहूर्त (Maa Kalratri Puja Muhurat)
वैदिक पंचांग के अनुसार, आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि 09 अक्टूबर को दोपहर 12 बजकर 22 मिनट से शुरू हो चुकी है, जिसका समापन 10 अक्टूबर को दोपहर में 12 बजकर 31 मिनट पर होगा। ऐसे में मां कालरात्रि की पूजा के लिए रात्रि में ये शुभ मुहूर्त बन रहा है-
मां कालरात्रि पूजा मध्य रात्रि में 11 बजकर 44 मिनट से लेकर रात को 12 बजकर 33 मिनट तक है।
लगाएं इन चीजों का भोग
मां कालरात्रि ने रक्तबीज नामक राक्षस का संहार किया था। इसलिए उन्हें लाल रंग की चीजों का भोग लगाना या लाल रंग की चीजें अर्पित करना शुभ माना जाता है। ऐसे में आप भोग के रूप मां काली को सेब, गुड़ आदि अर्पित कर सकते हैं। इसी के साथ गुड़ से बनी चीजों जैसे खीर और हलवे का भी भोग लगाया जा सकता है। ऐसा करने से मां कालिका आपके प्रसन्न होती हैं और जीवन के कष्टों को दूर करती हैं।यह भी पढ़ें - Shardiya Navratri 2024 Day 7: रात्रि का ये शुभ मुहूर्त है बेहद खास, जानें कैसे करें मां कालरात्रि की पूजा