Navratri 2024 Upay: नवरात्र खत्म होने से पहले कर लें ये उपाय, सुख-समृद्धि से भर जाएगा आपका घर
नवरात्र (navratri 2024) की पावन अवधि मां दुर्गा की कृपा प्राप्ति का खास मौका माना जाता है। इस पवित्र अवधि में यदि कोई साधक सच्चे मन से पूजा-पाठ और व्रत करता है तो उसे जीवन में अच्छे परिणाम प्राप्त होते हैं। ऐसे में यदि आप इस दौरान कुछ उपाय करते हैं तो इससे भी आपको कई लाभ मिल सकते हैं।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। नवरात्र की शुरुआत 03 अक्टूबर से हुई थी, जिसका समापन 11 अक्टूबर को होने जा रहा है। कुछ ही दिनों में नवरात्र की पवित्र अवधि का समापन होने जा रहा है। ऐसे में यदि आप नवरात्र के समापन से पहले कुछ उपाय करते हैं, तो इससे आपको माता रानी की कृपा प्राप्त हो सकती है, जिससे आपके घर-परिवार में सुख-समृद्धि का वास बना रहेगा।
जरूर करें ये उपाय
नवरात्र के नौ दिनों में ज्योत जरूर जलानी चाहिए। इसी के साथ हर दिन की पूजा में माता को अनार जरूर चढ़ाना चाहिए। इसके बाद इस अनार को किसी कन्या को दे देना चाहिए। ऐसा करने से घर में पॉजिटिव एनर्जी बनी रहती है। इसी के साथ नवरात्र की पूजा में मां दुर्गा को 16 शृंगार की सामग्री जरूर अर्पित करनी चाहिए। ऐसा करने से महिलाओं को अखंड सौभाग्य की प्राप्ति हो सकती है।
बेहतर स्वास्थ्य की होगी प्राप्ति
नवरात्र की पूजा के दौरान मां दुर्गा को कपूर और 6 लौंग अर्पित करें। इसके साथ ही हि सौभाग्यं आरोग्यं देहि में परमं सुखम्। रूपं देहि जयं देहि यशो देहि द्विषोजहि।। मंत्र का 11 बार जप करें। ऐसा करने से साधक को बेहतर स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है।
यह भी पढ़ें - Vaishno Devi का नहीं बन रहा है प्लान, तो दिल्ली के नजदीक है माता का ये मंदिर, जरूर करें दर्शन
रिश्तों में आएगी मजबूती
नवरात्र के दौरान मां दुर्गा के किसी मंदिर जाकर देवी मां को लाल रंग के फूल अर्पित करने चाहिए। इसी के साथ इत्र की एक शीशी भी भेंट करें। इस उपाय को करने से साधक को अपने पारिवारिक रिश्तों में मजबूती देखने को मिलती है।
यह भी पढ़ें - Shardiya Navratri Havan 2024: इस विधि से करें नवरात्र की अष्टमी-नवमी तिथि का हवन, जानें सामग्री और पूजन मंत्रअस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।