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Shardiya Navratri 2024: नवरात्र में कपूर से कर लेंगे ये उपाय, तो नहीं होगी धन-समृद्धि की कमी

नवरात्र (Shardiya Navratri 2024) में पूजा के दौरान कपूर का इस्तेमाल करना बहुत ही शुभ माना जाता है। इसे जलाने से न केवल वातावरण शुद्ध होता है बल्कि कई तरह के लाभ भी मिलते हैं। ऐसे में आप नवरात्र की पवित्र अवधि में कपूर के कुछ उपाय कर सकते हैं जिससे आपको माता रानी की विशेष कृपा मिल सकती है।

By Suman Saini Edited By: Suman Saini Updated: Fri, 04 Oct 2024 08:36 AM (IST)
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Shardiya Navratri 2024: नवरात्र में करें कपूर के उपाय (Picture Credit: Freepik)
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। गुरुवार, 03 अक्टूबर के दिन से नवरात्र की शुरुआत हो चुकी है। इस पवित्र अवधि में अलग-अलग दिन मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा-अर्चना की जाती है। ऐसा माना जाता है कि नवरात्र के दौरान घर में कपूर जलाने से नेगेटिविटी एनर्जी दूर रहती है और पॉजिटिविटी एनर्जी बढ़ती है। ऐसे में आप नवरात्र में कपूर के ये उपाय कर सकते हैं।

दूर होगी गृह क्लेश की स्थिति

नवरात्र की पावन अवधि में नौ दिनों तक रोजाना संध्या के समय घर के मंदिर में कपूर जलाएं। इसके बाद इसके धुएं को पूरे घर में फैला दें। ऐसा करने से आस-पास मौजूद नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है, जिससे व्यक्ति को लड़ाई-झगड़े की स्थिति से भी मुक्ति मिल जाती है।

होगी धन की प्राप्ति

नवरात्र की अवधि में माता दुर्गा की पूजा के दौरान एक गुलाब का फूल लेकर उसमें कपूर का एक टुकड़ा रखें। अब इस गुलाब को मां दुर्गा के चरणों में अर्पित कर दें। ऐसा करने से साधक के लिए धन लाभ के योग बनने लगते हैं और धन संबंधी समस्याओं से भी राहत मिलती है।

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दूर होगी विवाह की बाधा

यदि आपके विवाह में कोई अड़चन आ रही है, तो इसके लिए भी आप नवरात्र में कपूर का यह उपाय कर सकते हैं। इसके लिए 36 लौंग और 6 कपूर के टुकड़े लेकर उनके साथ हल्दी और चावल को मिलाएं। अब इस सभी सामग्री से मां दुर्गा को आहुति दें। ऐसा करने से जातक के लिए शीघ्र ही विवाह के योग बनने लगते हैं।  

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अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।