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Shardiya Navratri 2024: शारदीय नवरात्र शुरू होने से पहले जानें इस दौरान क्या करें और क्या नहीं?

इस साल शारदीय नवरात्र (Shardiya Navratri 2024) 3 अक्टूबर से शुरू होगी जिसका समापन दशहरा में होगा। इस त्योहार के दौरान भक्त नौ दिनों तक उपवास करते हैं और विभिन्न पूजा अनुष्ठानों का पालन करते हैं जिनमें घटस्थापना दुर्गा आरती दुर्गा चालीसा पाठ दुर्गा सप्तशती पाठ कन्या पूजन और डांडिया की रातें शामिल हैं तो आइए इस दिन से जुड़ी प्रमुख बातों को जानते हैं।

By Vaishnavi Dwivedi Edited By: Vaishnavi Dwivedi Updated: Mon, 23 Sep 2024 12:47 PM (IST)
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Shardiya Navratri 2024: व्रती न करें ये काम।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। हिंदू धर्म में नवरात्र का पर्व बेहद शुभ माना जाता है। इस दौरान मां दुर्गा की पूजा का विधान है। भक्त इस नौ दिवसीय शुभ त्योहार को बड़े प्रेम और उत्साह के साथ मनाते हैं, जो बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। वहीं, इस दौरान साधक मां का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए उपवास रखते हैं और देवी दुर्गा के नौ अलग-अलग अवतारों की पूजा करते हैं।

इस बार नवरात्र की शुरुआत 3 अक्टूबर से हो रही है, तो आइए व्रत शुरू होने से पूर्व यह जान लेते हैं कि इस दौरान क्या करना चाहिए और क्या नहीं ?

व्रती न करें ये काम (Shardiya Navratri 2024 Rules)

  • इस दौरान जल्दी उठें और पवित्र स्नान करें।
  • नौ दिनों के व्रत के दौरान भक्तों को शराब, तंबाकू और मांसाहारी भोजन के सेवन से बचना चाहिए।
  • साथ ही घर के लोगों को भी तामसिक चीजों से परहेज करना चाहिए।
  • नवरात्र व्रत के दौरान नाखून काटने, बाल कटवाने या दाढ़ी काटने से बचना चाहिए।
  • व्रती फलहारी के रूप में कुट्टू, सिंघाड़ा, सामा, दूध, साबूदाना, आलू, जूस और फलों का सेवन कर सकते हैं।
  • नवरात्र के व्रत में सरसों का तेल और तिल का सेवन करने से परहेज करना चाहिए। यदि कोई विकल्प न हो, तो मूंगफली का तेल या घी का उपयोग कर सकते हैं।
  • खाने वाले नमक से परहेज करना चाहिए, जबकि सेंधा नमक का उपयोग कर सकते हैं।
  • व्रती को दिन में सोने से बचना चाहिए।
  • भक्तों को त्योहार के अनुष्ठानों को करते समय हमेशा पवित्र वस्त्र पहनने चाहिए और चमड़े से बने कपड़ों को नहीं पहनना चाहिए। साथ ही काले कपड़े पहनने से भी बचना चाहिए।
  • बच्चों, गर्भवती महिलाओं और गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोगों को व्रत रखने से बचना चाहिए।
  • नवरात्र के दौरान मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा (Shardiya Navratri Puja Niyam) करनी चाहिए।
  • इस समय स्त्री का अपमान भूलकर भी नहीं करना चाहिए।
  • इस दौरान विवाद करने से भी बचना चाहिए।

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अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।