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Shardiya Navratri 2024: शारदीय नवरात्र पर लौंग के साथ करें यह सरल उपाय, क्लेश के साथ दूर होगी पैसों की किल्लत

शारदीय नवरात्र के दौरान देवी दुर्गा के 9 स्वरूपों की पूजा होती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार जो लोग इस दौरान (Shardiya Navratri 2024 Date) कठिन उपवास का पालन करते हैं और माता रानी की विधिपूर्वक पूजा करते हैं उन्हें उनका पूर्ण आशीर्वाद प्राप्त होता है। इसके साथ ही घर में खुशियों का आगमन होता है तो चलिए इस दिन से जुड़ी कुछ बातों को जानते हैं।

By Vaishnavi Dwivedi Edited By: Vaishnavi Dwivedi Updated: Fri, 20 Sep 2024 12:22 PM (IST)
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Shardiya Navratri 2024 Date: लौंग के साथ करें यह एक आसान महाउपाय।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। नवरात्र का त्योहार साल में चार बार मनाया जाता है। आश्विन माह में आने वाले नवरात्र को शारदीय नवरात्र के नाम से जाना जाता है। यह दो प्रमुख नवरात्र में से एक है, जिसे पूरे भारत में भव्य उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस दौरान लोग मां दुर्गा की पूजा करते हैं और कठिन उपवास का पालन करते हैं। ऐसा कहा जाता कि इस दौरान (Shardiya Navratri 2024) अगर कुछ उपाय किया जाए, तो वे बहुत कारगर होते हैं। ऐसे में आज हम आपको एक ऐसा उपाय बताएंगे, जिसे करने से आपको ग्रह क्लेश में राहत मिलेगा।

लौंग के साथ करें यह एक आसान महाउपाय (Shardiya Navratri 2024 Remedies)

जिन लोगों के घरों में रोजाना लड़ाई होती है, या किसी न किसी वजह से आपस में मनमुटाव की स्थिति बनी रहती है। उन्हें शारदीय नवरात्र के शुभ अवसर पर एक पीले कपड़े में लौंग का एक जोड़ा बांधकर घर के किसी कोने में टांग देना चाहिए। इस उपाय को करने से घर में विवाद समाप्त होता है। साथ ही पैसों से जुड़ी दिक्कत भी दूर होती है। वहीं, इस उपाय को करते समय इस बात का ध्यान रखें कि उपाय बेहद ही गुप्त तरीके से किया गया हो।

कब से शुरू हो रहे हैं शारदीय नवरात्र?

हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा ति​थि की शुरुआत 2 अक्टूबर, 2024 को देर रात 12 बजकर 18 पर होगी। वहीं, इस तिथि का समापन 4 अक्टूबर को भोर 02 बजकर 58 मिनट पर होगा। उदयाति​थि को देखते हुए इस साल शारदीय नवरात्र की शुरुआत 3 अक्टूबर दिन गुरुवार से हो रही है।

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अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।