Shardiya Navratri 2024: कलश स्थापना से पहले घर से बाहर कर दें ये चीजें, होगा माता रानी का आगमन
आश्विन माह की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से शारदीय नवरात्र (Shardiya Navratri 2024) की शुरुआत होती है। ऐसे में इस बार शारदीय नवरात्रि की शुरुआत गुरुवार 03 अक्टूबर से होने जा रही है। नवरात्रि का पहला दिन यानी घटस्थापना का दिन भी विशेष महत्व रखता है। ऐसे में आपको घटस्थापना से पहले कुछ चीजों को अपने घर से बाहर कर देना चाहिए।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। नवरात्र की अवधि में कई नियमों का ध्यान रखा जाता है, ताकि साधक और उसके परिवार पर माता रानी की कृपा बनी रहे। नवरात्र (Shardiya Navratri 2024 Date) की अवधि एक बहुत पवित्र अवधि मानी गई है। इन नौ दिनों में मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा-अर्चना करने का विधान है। ऐसे में यदि आप चाहते हैं कि घटस्थापना के साथ आपके घर में माता रानी का आगमन हो, तो इसके लिए नवरात्र से पहले कुछ चीजों को घर से बाहर निकाल दें।
न रखें ऐसी मूर्ति या तस्वीर
शारदीय नवरात्र में घर में सकारात्मक माहौल रहना चाहिए। ऐसे में इस दौरान घर से देवी-देवताओं की खंडित मूर्ति या फिर टूटी हुई मूर्ति व तस्वीर हटा देनी चाहिए, क्योंकि यह नकारात्मकता पैदा करती हैं। साथ ही इनसे घर में वास्तु दोष भी उत्पन्न हो सकता है। ऐसे में आप इन्हें किसी पवित्र नदी या तालाब में विसर्जित कर सकते हैं।
इस बात का रखें ध्यान
शारदीय नवरात्र में सात्विक भोजन करने की सलाह दी जाती है और लहसुन-प्याज खाने की भी मनाही होती है। वरना इससे आपको नवरात्र की अवधि का कोई लाभ नहीं मिलता। ऐसे में कोशिश करें कि लहसुन-प्याज को घर में न लाएं। इसी के साथ नवरात्रि से पहले लंबे समय से सूखे पड़े फूलों को भी घर से बाहर कर देना चाहिए। क्योंकि यह शुभ नहीं माना जाता।
यह भी पढ़ें - Shardiya Navratri 2024: 02 या 03 अक्टूबर, कब की जाएगी घट स्थापना, जरूर जान लें शुभ मुहूर्त
बाहर कर दें ये चीजें
शारदीय नवरात्रि से पहले आपको अपने घर से फटे-पुराने जूते-चप्पल, कांच का टूटा सामान, बेकार या खराब पड़ी घड़ी आदि को बाहर कर देना चाहिए। वरना ये चीजें साधक की तरक्की में बाधा डाल सकती हैं। इसी के साथ आप अपने घर से फटे-पुराने कपड़ों को भी बाहर कर देना चाहिए। क्योंकि ये सभी चीजें नकारात्मकता को बढ़ाती हैं।
यह भी पढ़ें - Shardiya Navratri 2024: इस दिन से होगी शारदीय नवरात्र की शुरुआत, जरूर करें दुर्गा चालीसा का पाठअस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।