Navratri 2024: साल में दो बार क्यों मनाए जाते हैं नवरात्र, प्रकृति भी करती है माता रानी का स्वागत
हिंदू धर्म में नवरात्र को एक बहुत ही पवित्र अवधि माना जाता है। वैसे तो साल में 04 बार नवरात्र का पर्व आता है जिसमें से दो प्रकट नवरात्र होते हैं और 02 गुप्त नवरात्र। लेकिन चैत्र और शारदीय नवरात्र को ज्यादा प्रमुख माना गया है। क्या आप जानते हैं कि साल में 02 बार नवरात्र क्यों मनाए जाते हैं। अगर नहीं तो चलिए जानते हैं इसका कारण।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। इस वर्ष शारदीय नवरात्र (Shardiya Navratri 2024) की शुरुआत 03 अक्टूबर, 2024 से होने जा रही है। यह पर्व मुख्य रूप से मां दुर्गा के 9 रूपों की पूजा-अर्चना के लिए समर्पित माना जाता है। मान्यताओं के अनुसार, जो भी साधक पूरे विधि-विधान से नवरात्र (Navratri 2024) का व्रत और माता रानी की पूजा-अर्चना करता है, उसके सभी प्रकार के दुख-दर्द से मुक्ति मिल जाती है। साथ ही मां दुर्गा अपने भक्तों की सभी मनोकामनाएं भी पूरी करती हैं।
यह है पौराणिक मान्यता
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, साल में दो बार नवरात्र मनाए जाने का संबंध भगवान श्रीराम से माना जाता है। जिसके अनुसार, जब भगवान श्रीराम ने रावण से युद्ध किया और विजय प्राप्त की, तो वह विजयी होने के बाद मां का आशीर्वाद लेने के लिए नवरात्र तक की प्रतीक्षा नहीं करना चाहते थे।
तब उन्होंने माता रानी के निमित्त विशेष पूजा का आयोजन किया। जिसके बाद से ही नवरात्र का पर्व दो बार मनाया जाने लगा। जहां शारदीय नवरात्र धर्म की अधर्म पर जीत का प्रतीक है। वहीं चैत्र नवरात्रि के नवमी पर राम जी के जन्मोत्सव को रामनवमी के रूप में मनाया जाता है। यह भी पढ़ें - Kojagari Puja 2024: इस दिन की जाएगी कोजागरी पूजा, जानें मां लक्ष्मी के पूजन का मुहूर्त और महत्व
प्रकृति भी करती है माता रानी का स्वागत
दरअसल नवरात्र का पर्व साल में दो बार मनाए जाने के पीछे एक नहीं बल्कि कई कारण मिलते हैं। जिनमें से एक प्राकृतिक कारण भी है, जिसके अनुसार, दोनों ही नवरात्र के दौरान यानी चैत्र और आश्विन माह की अवधि में ऋतु परिवर्तन का समय होता है।
नवरात्र के दौरान न तो मौसम ज्यादा गर्म होता है और न ही ज्यादा ठंडा, अर्थात इस दौरान मौसम काफी सुहावना रहता है। इसलिए ऐसा माना जाता है कि प्रकृति स्वयं को माता रानी के आगमन के लिए तैयार कर रही है। वहीं अगर देखा जाए, तो नवरात्र का व्रत हमें प्रकृति में आए इन बदलावों के लिए तैयार करने में मदद करता है।