Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Shardiya Navratri में 9 दिन धारण करें इन रंगों के वस्त्र, बुरी शक्तियों से मिलेगा छुटकारा

शारदीय नवरात्र के पर्व का लोगों को बेसब्री से इंतजार रहता है। इस बार शारदीय नवरात्र का प्रारंभ 03 अक्टूबर (Shardiya navratri 2024) से होगा। वहीं इस उत्सव का समापन 11 अक्टूबर को होगा। शारदीय नवरात्र के दौरान मां दुर्गा के प्रिय रंग के वस्त्रों को धारण करने का विधान है। आइए मां दुर्गा नौ रूपों और उनके पसंदीदा रंगों का महत्व के बारे में जान लेते हैं।

By Kaushik Sharma Edited By: Kaushik Sharma Updated: Tue, 01 Oct 2024 02:23 PM (IST)
Hero Image
Maa Durga Favourite Colour: मां दुर्गा नौ रंगों का धार्मिक महत्व

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। पंचांग के अनुसार, आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि के साथ शारदीय नवरात्र की शुरुआत होती है। इस दौरान मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा-अर्चना करने का विशेष महत्व है। इस उत्सव का समापन नवमी तिथि पर होता है और इसके अगले दिन दशहरा का पर्व अधिक उत्साह के साथ मनाया जाता है। नौ देवियों को नौ रंग समर्पित हैं। मान्यता है कि शारदीय नवरात्र (Shardiya Navratri 2024) में अलग-अलग दिन नौ रंग के वस्त्र धारण कर पूजा-अर्चना करने से जातक को बुरी शक्तियों से छुटकारा मिलता है और मां दुर्गा की कृपा प्राप्त होती है। 

पहला दिन

शारदीय नवरात्र (Shardiya Navratri 2024 Colours) का पहला दिन मां शैलपुत्री को समर्पित है। मां शैलपुत्री को गुलाबी रंग अति प्रिय है। मान्यता है कि इस रंग के वस्त्र धारण कर पूजा करने से जीवन खुशहाल होता है।

दूसरा दिन

दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की पूजा होती है। उन्होंने महादेव के लिए तपस्या की थी, जिस दौरान उन्होंने सफेद रंग वस्त्र धारण किए थे। ऐसे में इस दिन सफेद रंग के वस्त्र धारण करें।

यह भी पढ़ें: Shardiya Navratri 2024: आखिर क्यों शारदीय नवरात्र के प्रथम दिन बोए जाते हैं जौ, कैसे हुई इस परंपरा की शुरुआत

तीसरा दिन

मां चंद्रघंटा को लाल रंग अति प्रिय है। इस रंग के वस्त्र धारण करने से जातक को साहस और शक्ति की प्राप्ति होती है।  

चौथा दिन

चौथा दिन मां कुष्मांडा को समर्पित है। मां कुष्मांडा को स्लेटी रंग प्रिय है। इस रंग के वस्त्र धारण करने से मां प्रसन्न होती हैं।  

पांचवा दिन

पांचवें दिन मां स्कंदमाता की पूजा-अर्चना करने का विधान है। माना जाता है कि मां को पीला रंग प्रिय है।  

छठा दिन

मां कात्यायनी को गहरे लाल रंग के वस्त्र अर्पित करने से सभी मुरादें पूरी होती हैं। इस दिन गहरे लाल रंग के वस्त्र धारण करना जातक के लिए कल्याणकारी साबित होता है।

सातवां दिन

सातवां दिन मां कालरात्रि को समर्पित है। इस दिन नीले रंग के वस्त्र धारण करने से जातक को सुख और समृद्धि में वृद्धि होती है।  

आठवां दिन

आठवें दिन मां गौरी की उपासना की जाती है। मां महागौरी को हरा रंग प्रिय है। इस रंग के वस्त्र को धारण करने से वैवाहिक जीवन खुशहाल होता है।  

नौवा दिन

अंतिम दिन मां सिद्धिदात्री को समर्पित है। मां की पूजा करने से सभी प्रकार की सिद्धियों और तंत्र विद्या का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इस दिन लाल बैंगनी रंग का वस्त्र धारण करना शुभ माना जाता है।  

यह भी पढ़ें: Shardiya Navratri व्रत इन चीजों के सेवन से हो सकता है खंडित, जानें क्या खाएं और क्या नहीं?

अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।