Move to Jagran APP

Sheetala Saptami 2024: क्यों लगाया जाता है मां शीतला को बासी खाने का भोग? जानें पूजा मुहूर्त और पूजा विधि

शीतला सप्तमी का सनातन धर्म में बड़ा धार्मिक महत्व है। इस दिन लोग शीतला मां का आशीर्वाद पाने के लिए उनकी विशेष पूजा करते हैं। ऐसा कहा जाता है कि देवी के पास ऐसी अद्भुत शक्तियां हैं जिससे वो अपने भक्तों को सभी प्रकार के त्वचा रोगों से बचाती हैं। इस साल यह व्रत 1 अप्रैल दिन सोमवार यानी आज रखा जा रहा है।

By Vaishnavi Dwivedi Edited By: Vaishnavi Dwivedi Updated: Mon, 01 Apr 2024 10:30 AM (IST)
Hero Image
Sheetala Saptami 2024: शीतला सप्तमी तिथि और पूजा मुहूर्त
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Sheetala Saptami 2024: शीतला सप्तमी का दिन मां शीतला को समर्पित है। यह दिन चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि को मनाया जाता है। इस साल यह व्रत 1 अप्रैल, 2024 दिन सोमवार यानी आज रखा जा रहा है। शीतला माता का आशीर्वाद पाने के लिए भक्त इस शुभ दिन पर कठिन व्रत का पालन करते हैं और उनकी विशेष पूजा करते हैं। शीतला सप्तमी का पर्व मुख्य रूप से उत्तर भारत में मनाया जाता है।

शीतला सप्तमी तिथि और पूजा मुहूर्त

  • सप्तमी तिथि की शुरुआत - 31 मार्च, 2024 रात्रि 09 बजकर 30 मिनट से
  • सप्तमी तिथि का समापन - 1 अप्रैल, 2024 - रात्रि 09 बजकर 09 मिनट पर
  • पूजा मुहूर्त - 1 अप्रैल, 2024 - सुबह 05 बजकर 40 मिनट से शाम 06 बजकर 01 मिनट तक।

क्यों लगाते हैं मां शीतला को बासी खाने का भोग?

ऐसा कहा जाता है कि शीतला सप्तमी सर्दियों के खत्म होने का प्रतीक है। यह सर्दी के मौसम का आखिरी दिन माना जाता है। मान्यताओं के अनुसार, इस शुभ अवसर पर मां शीतला को बासी खाने का भोग लगाया जाता है। ऐसी मान्यता है कि इससे मां खुश होती हैं और अपने भक्तों सुख-शांति, आरोग्य मुक्ति का वरदान देती हैं। ये भी कहा जाता है कि मां शीतला की पूजा से निरोगी काया का भी आशीर्वाद प्राप्त होता है।

शीतला सप्तमी पूजा विधि

  • सुबह जल्दी उठकर पवित्र स्नान करें।
  • अपने घर और पूजा कक्ष की सफाई करें।
  • गंगाजल से स्नान करवाएं
  • कुमकुम का तिलक लगाएं।
  • मां शीतला को सफेद फूलों की माला अर्पित करें।
  • देवी शीतला को मालपुआ, हलवे आदि का भोग लगाएं।
  • देसी घी का दीपक जलाएं।
  • शीतला चालीसा का पाठ करें।
  • आरती के साथ पूजा पूर्ण करें।
यह भी पढ़ें: Masik Krishna Janmashtami 2024: आज मनाई जा रही है मासिक कृष्ण जन्माष्टमी, यहां जानिए पूजा विधि और कथा

डिसक्लेमर: इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।