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Shiv ji Ki Priya Rashi: भगवान शिव को प्रिय हैं ये तीन राशियां, बनी रहती है इनपर महादेव की कृपा

Sawan 2023 सावन में भगवान शिव की उपासना का विशेष महत्व है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार श्रावन मास में भगवान शिव की उपासना करने से जीवन में आ रही समस्याएं दूर हो जाती है। साथ ही साधक को बल बुद्धि विद्या ज्ञान सुख और समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होता है। आइए जानते हैं भगवान शिव को कौन सी राशियां प्रिय हैं?

By Shantanoo MishraEdited By: Shantanoo MishraUpdated: Sat, 22 Jul 2023 06:31 PM (IST)
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Shiv ji Ki Priya Rashi ये हैं भगवान शिव की प्रिय राशियां।
नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क । Shiv ji Ki Priya Rashi: सनातन धर्म में भगवान शिव की उपासना का विशेष महत्व है। वर्तमान समय में चल रहे श्रावण मास में महादेव की उपासना करने से साधक को सुख एवं समृद्धि की प्राप्ति होती है। बता दें कि 24 जुलाई 2023 को श्रावण मास का तीसरा सोमवार व्रत रखा जाएगा। इस विशेष दिन पर भगवान शिव की पूजा करने से जीवन में आ रही सभी समस्याएं दूर हो जाती हैं। सावन का महीना इसलिए महत्वपूर्ण माना जाता है, क्योंकि मान्यता है कि महादेव को सावन का महीना सर्वाधिक प्रिय है। लेकिन कुछ ऐसी भी राशियां हैं, जिन्हें समय-समय पर महादेव का आशीर्वाद प्राप्त होता रहता है। आइए जानते हैं भगवान शिव की प्रिय राशियां?

मेष राशि

ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि भगवान शिव की प्रिय राशियों में मेष राशि की भी गणना होती है। मेष राशि पर भगवान शिव की कृपा निरंतर बनी रहती है। जीवन में यदि कोई समस्या आती है तो उनका निवारण भोलेनाथ जल्दी कर देते हैं। मेष राशि के जातक सावन के महीने में प्रत्येक दिन शिवलिंग पर जल अर्पित करें और भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त करें।

मकर राशि

भगवान शिव की राशि में मकर राशि की गणना भी की जाती है। इस राशि पर भगवान शिव की कृपा बनी रहती है। ऐसा इसलिए क्योंकि मकर राशि के स्वामी ग्रह शनि देव हैं। बता दें कि न्याय देवता शनि देव भगवान शिव के परम भक्त हैं। सावन के महीने में भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए मकर राशि के जातक शिवलिंग पर जल अर्पित करें और शमी का पत्ता जरूर चढ़ाएं। इसके साथ वह शिव चालीसा का पाठ और 'ॐ नमः शिवाय' मंत्र का जाप निरंतर करते रहें।

कुंभ राशि

कुंभ राशि के जातकों पर भी भगवान शिव की कृपा बनी रहती है। इस राशि के स्वामी भी शनि देव हैं, जिस वजह से भगवान शिव को यह राशि बहुत प्रिय है। जो जातक पूर्ण आस्था से भगवान शिव की आराधना करता है, उन्हें जीवन में सुख एवं समृद्धि की प्राप्ति होती है। सावन के महीने में कुंभ राशि द्वारा भगवान शिव का रुद्राभिषेक करने से और गन्ने का रस अर्पित करने से भगवान शिव जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं।

डिसक्लेमर: इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

भगवान शिव की पत्नी का नाम माता पार्वती है, जिन्हें शक्ति का रूप माना जाता है। वह पर्वतराज हिमांचल और रानी मैना की बेटी हैं।

भगवान शिव को सबसे प्रिय गंगाजल, बेलपत्र, बेल का फल, भांग, धतूरा और रुद्राक्ष है।

भगवान शिव को अपने सभी भक्त प्रिय हैं, लेकिन 3 राशियां- मेष, मकर और कुंभ पर उनकी कृपा सदैव बनी रहती है।