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Shiv Temple: यहां स्थापित है 200 साल पुराना पारदर्शी शिवलिंग, सावन में पूजा का मिलता है विशेष फल

Shiv Temple शिवलिंग को भगवान शिव का ही स्वरूप माना जाता है। सोमवार के दिन शिवलिंग की पूजा और जलाभिषेक का विशेष महत्व है। ऐसे में सोमवार अगर सावन माह को हो तो इसका महत्व और भी बढ़ जाता है। ऐसा माना जाता है कि सावन में सोमवार का व्रत करने से और भगवान शिव का जलाभिषेक करने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।

By Suman SainiEdited By: Suman SainiUpdated: Tue, 11 Jul 2023 03:00 PM (IST)
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Shiv Temple यहां स्थापित है 200 साल पुराना पारदर्शी शिवलिंग।

नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क। Shiv Temple: 4 जुलाई 2023 से सावन के महीने की शुरूआत हो चुकी है। इस महीने को पवित्र तो माना ही गया है, साथ ही यह भगवान शिव की प्रिय माह भी कहलाता है। आज हम एक ऐसे मंदिर की बात करने जा रहे हैं जहां पर पारदर्शी शिवलिंग स्थापित है। सावन में इस शिवलिंग की पूजा और अभिषेक करने से विशेष फल मिलता है। तो चलिए जानते हैं इस अद्भुत शिवलिंग के बारे में।

किसने की शिवलिंग की स्थापना

शिवलिंग मुख्यत काले रंग का ही पाया जाता है। बाबा बर्फानी का शिवलिंग बर्फ का होने के कारण सफेद नजर आता है। लेकिन भारत में एक ऐसा शिवलिंग भी है जो पारदर्शी है अर्थात जिसके आर-पार देखा जा सकता है। झुंझुनूं के मंडावा में एक शिव मंदिर में यह शिवलिंग स्थापित है। इस शिवलिंग का इतिहास 200 साल पुराना माना गया है। मान्यताओं के अनुसार, इस शिवलिंग की स्थापना हिमालय से आए एक संत ने की थी।

अद्भुत है पारदर्शी शिवलिंग

यह शिवलिंग स्फटिक पत्थर से बना हुआ है। इस शिवलिंग पर एक तरफ हाथ लगाकर देखने पर हैं दूसरी ओर हाथ की रेखाएं नजर आती हैं। इतना ही नहीं जैसे ही शिवलिंग के समीप ज्योति जलाई जाती है तो शिवलिंग सोने सा चमकने लगता है। ऐसा भी माना जाता है कि इस शिवलिंग के दूसरी ओर दीपक जलाकर देखने पर सर्प की आकृति दिखाई देती है।

क्या है पौराणिक मान्यता

पौराणिक मान्यता है कि एक बार जो इस शिवलिंग का दर्शन कर लेता हैं, वो फिर इसके बार-बार दर्शन करने आता है। यह भी मान्यता है कि सावन के महीने में इस पारदर्शी शिवलिंग का पंचामृत से अभिषेक करने पर भक्तों के बिगड़े काम भी बनने लगते हैं। विदेशी यात्री भी इस अद्भुत पारदर्शी शिवलिंग के दर्शन करने के लिए मंडावा आते हैं। मान्यता यह भी है कि सावन में जो भी भक्त इस शिवलिंग का जलाभिषेक करता है महादेव उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं। इसलिए सावन माह में यहां भक्तों का मेला जुटता है।

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