Nag Panchami 2024: नाग पंचमी पर शिववास समेत बन रहे हैं 6 अद्भुत संयोग, प्राप्त होगा महादेव का आशीर्वाद
धार्मिक मत है कि सावन महीने में शिव परिवार की विशेष पूजा की जाती है। साथ ही सावन माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि पर नाग देवता की पूजा की जाती है। धार्मिक मत है कि नाग देवता (Nag Panchami 2024) की पूजा करने से साधक को न केवल भगवान शिव बल्कि जगत के पालनहार विष्णुजी का भी आशीर्वाद प्राप्त होता है।
By Pravin KumarEdited By: Pravin KumarUpdated: Sun, 28 Jul 2024 07:26 PM (IST)
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Panchami 2024: हर वर्ष सावन माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि के अगले दिन नाग पंचमी मनाई जाती है। यह पर्व नाग देवता को समर्पित होता है। अतः इस दिन भगवान शिव संग नाग देवता की विधि-विधान से पूजा की जाती है। सनातन शास्त्रों (स्कंद पुराण, नारद पुराण और महाभारत) में नाग देवता की पूजा का विधान वर्णित है। नाग देवता की पूजा करने से साधक के जीवन में व्याप्त दुख और संकट दूर हो जाते हैं। साथ ही घर में सुख, समृद्धि एवं खुशहाली आती है। इसके अलावा, नाग देवता समस्त परिवार की रक्षा करते हैं। ज्योतिषियों की मानें तो नाग पंचमी पर दुर्लभ शिववास योग समेत कई शुभ योग बन रहे हैं। इन योग में नाग देवता की पूजा करने से साधक को मनोवांछित फल की प्राप्ति होगी।
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नाग पंचमी शुभ मुहूर्त (Nag Panchami 2024 Date And Shubh Muhurat)
पंचांग के अनुसार, सावन माह के शुक्ल पक्ष की नवमी 09 अगस्त (8 अगस्त की रात) को देर रात 12 बजकर 36 मिनट पर शुरू होगी और 10 अगस्त को देर रात 03 बजकर 14 मिनट पर समाप्त होगी। अतः 09 अगस्त को नाग पंचमी मनाई जाएगी। इस दिन पूजा हेतु शुभ मुहूर्त सुबह 06 बजकर 01 मिनट से लेकर 08 बजकर 37 मिनट पर समाप्त होगी। इस दौरान साधक स्नान-ध्यान कर महादेव संग नाग देवता की पूजा कर सकते हैं।शिववास योग
नाग पंचमी पर दुर्लभ शिववास योग का निर्माण हो रहा है। इस दिन भगवान शिव कैलाश पर जगत जननी मां पार्वती के साथ रहेंगे। इस समय में शिव परिवार संग नाग देवता की पूजा करने से साधक को सभी प्रकार के सुखों की प्राप्ति होगी। साथ ही नाग देवता का आशीर्वाद भी प्राप्त होगा।
सिद्ध योग
नाग पंचमी पर सिद्ध योग का संयोग बन रहा है। सिद्ध योग दोपहर 01 बजकर 46 मिनट तक है। इसके बाद साध्य योग का निर्माण हो रहा है। सिद्ध और साध्य योग में भगवान शिव की पूजा करने से साधक को हर कार्य में सफलता प्राप्त होगी।करण
नाग पंचमी पर बव और बालव करण का योग बन रहा है। इस दिन सर्वप्रथम बव करण का संयोग बन रहा है। इसके बाद बालव करण का निर्माण हो रहा है। वहीं, सावन माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि पर हस्त नक्षत्र का संयोग बन रहा है। ये सभी शुभ योग हैं। इन योग में भगवान शिव और नाग देवता की पूजा करने से जातक को उत्तम फल की प्राप्ति होगी।यह भी पढ़ें: Sawan Putrada Ekadashi 2024: कब है सावन पुत्रदा एकादशी? नोट करें शुभ मुहूर्त, योग एवं महत्व
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