Lal Kitab Upay: शुक्रवार को करें लाल किताब के ये अचूक उपाय, धन से जुड़ी समस्या चुटकियों में होगी दूर
लाल किताब में जीवन की सभी समस्याओं को समाप्त करने के लिए उपाय बताए गए हैं। ऐसा माना जाता है कि ये उपाय बहुत ही कारगर होते हैं। यही वजह है कि लोग इसमें दी गई बातों पर काफी ज्यादा यकीन करते हैं। ऐसे में आज हम इस चमत्कारी किताब के कुछ शानदार उपाय को आपके साथ साझा करेंगे जिनका परिणाम आपको जल्द ही प्राप्त होगा।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। ज्योतिष शास्त्र में शुक्रवार का दिन बेहद विशेष माना गया है। इस दिन मां लक्ष्मी और भगवान कुबेर की पूजा होती है। इस दिन भक्ति भाव के साथ पूजा-पाठ करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं, साथ ही कुंडली में शुक्र ग्रह की स्थिति प्रबल होती है। वहीं, लाल किताब में इस शुभ दिन पर किए जाने वाले खास उपाय (Lal Kitab Upay) बताए गए हैं, जो बहुत ही लाभकारी हैं, तो आइए जानते हैं -
यह भी पढ़ें: Jyeshtha Purnima 2024: ज्येष्ठ पूर्णिमा में नहीं करने चाहिए ये कार्य, यहां जानिए इस दिन से जुड़े नियम
लाल किताब के उपाय
- शुक्रवार के दिन मां लक्ष्मी की पूजा भाव के साथ निशिता काल में करें। पूजा के दौरान देवी को कमल के फूलों की माला चढ़ाएं। इसके बाद उन फूलों अगले दिन सुबह पूजा-पाठ के बाद लाल रंग के कपड़े में लपेटकर अपनी तिजोरी में रख दें। इस उपाय को करने से धन की देवी का आशीर्वाद प्राप्त होगा।
- लाल किताब के अनुसार, शुक्रवार के दिन मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए 'श्री सूक्त या कनकधारा स्तोत्र' का पाठ भाव के साथ करें। इसके बाद आरती से पूजा का समापन करें। साथ ही मखाने की खीर का भोग लगाएं। ऐसा करने से धन-वैभव की प्राप्ति होगी।
- शुक्रवार के दिन देवी लक्ष्मी के इस मंत्र 'ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ॐ महालक्ष्मी नमः:' का जाप कमलगट्टे की माला से करें। ध्यान रहे मंत्रों का जाप जल्दबाजी में न करें। ऐसा करने से धन लाभ होगा। साथ ही कर्ज आदि की समस्या से छुटकारा मिलेगा।
यह भी पढ़ें: Vinayak Chaturthi 2024: विनायक चतुर्थी के दिन हो रहा है इन शुभ योग का निर्माण, इस दौरान की गई पूजा से मिलेगा अद्भुत लाभ
अस्वीकरण: ''इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है''।