Bathing Tips: भाग्य में वृद्धि के लिए नहाने के पानी में मिलाएं ये चीजें, मिलेंगे कई लाभ
यदि रोजमर्रा के जीवन में ज्योतिष शास्त्र के नियमों का ध्यान रखा जाए तो इससे व्यक्ति को कई तरह की समस्याओं से राहत मिल सकती है। ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि नहाने के पानी में क्या मिलाना चाहिए जिससे व्यक्ति के भाग्य में वृद्धि हो सकती है। चलिए जानते हैं कि वह चीजें कौन-सी हैं।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। कई बार लोगों को कड़ी मेहनत के बाद भी अपनी इच्छा अनुसार फल की प्राप्ति नहीं होती। ऐसे में आप नहाते समय ये आसान ज्योतिष उपाय आजमा सकते हैं। जिससे आपको अपने जीवन में अच्छे परिणाम देखने को मिल सकते हैं।
भाग्य में होती है वृद्धि
नहाने के पानी में चुटकीभर हल्दी मिलाकर नहाना बहुत ही शुभ माना जाता है। आप हल्दी के साथ-साथ चंदन भी डाल सकते हैं इससे पुण्य लाभ मिलता है और व्यक्ति के भाग्य में भी वृद्धि होती है। ज्योतिष मान्यताओं के अनुसार, पानी में हल्दी मिलाकर नहाने से गुरु ग्रह के दोष दूर हो सकते हैं।
इन चीजों का कर सकते हैं इस्तेमाल
यदि आप रोजाना नहाने के पानी में एक चुटकी नमक डालकर नहाते हैं, तो इससे व्यक्ति के रुका हुए काम पूरे हो सकते हैं। साथ ही इससे नकारात्मक ऊर्जा भी दूर बनी रहती है। वहीं नहाने के पानी में थोड़ा-सा कच्चा दूध डालने से कई प्रकार के रोगों में राहत मिल सकती है।
मिलता है पुण्य फल
गंगाजल को हिंदू धर्म में बहुत ही पवित्र माना जाता है। ऐसे में अगर आप पानी में गंगाजल मिलाकर स्नान करते हैं, तो इससे आपको गंगा नदी में स्नान करने जितना ही पुण्य मिल सकता है। इस दौरान नहाते समय गंगा मैय्या का ध्यान करना चाहिए। वहीं ज्योतिष मान्यताओं के अनुसार, नहाने के पानी में गुलाब जल मिलाने से न केवल सौंदर्य में वृद्धि होती है, बल्कि इससे मान-सम्मान में वृद्धि होती है।
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दूर रहती है नकारात्मक ऊर्जा
स्नान करते समय अगर नहाने के पानी में इलायची डालते हैं, तो इससे भी नकारात्मकता दूर होती है। वहीं आप नेगेटिव एनर्जी दूर करने के लिए नहाने के पानी में कपूर भी डाल सकते हैं। ऐसा करना बहुत ही शुभ माना जाता है और इससे आपके आसपास की नकारात्मकता भी नष्ट हो जाती है।
अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।