Somvati Amavasya 2024: बेहद महत्वपूर्ण है इस बार की अमावस्या, इन नियमों का जरूर करें पालन
इस साल की पहली अमावस्या 8 अप्रैल को है। इस दिन (Somvati Amavasya 2024) पितरों का तर्पण करने से उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होती है। साथ ही उनका पूर्ण आशीर्वाद भी प्राप्त होता है। अगर आप पितृ दोष की समस्या से लगातार परेशान हैं तो आपको इस दिन पितरों की पूजा जरूर करनी चाहिए। वहीं इस दिन के नियमों को भी जरूर जानना चाहिए।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Somvati Amavasya 2024: अमावस्या का बड़ा धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व है। सोमवार को पड़ने वाली अमावस्या तिथि को सोमवती अमावस्या के नाम से जाना जाता है। सनातन धर्म में सोमवती अमावस्या को लेकर कई सारे नियम बताए गए हैं, जिनका पालन करना बेहद जरूरी है। इस साल की पहली अमावस्या 8 अप्रैल, 2024 को पड़ रही है। ऐसा कहा जाता है कि इस दिन पूजा-पाठ पर ज्यादा जोर देना चाहिए, क्योंकि नकारात्मक शक्तियां ज्यादा प्रबल होती हैं।
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सोमवती अमावस्या का महत्व
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, सोमवती अमावस्या बेहद महत्वपूर्ण होती है। यह दिन पितरों की पूजा के लिए समर्पित है। कई लोग अपने पितरों की शांति के लिए इस शुभ दिन पर पितृ तर्पण और पितृ पूजा करते हैं। ऐसी मान्यता है कि इस दिन पितरों का तर्पण करने से उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होती है। साथ ही उनका विशेष आशीर्वाद भी प्राप्त होता है। अगर आप पितृ दोष की समस्या से लगातार परेशान हैं, तो आपको इस दिन पितरों की पूजा जरूर करनी चाहिए।
सोमवती अमावस्या नियम
- यह दिन दान-पुण्य के लिए शुभ माना जाता है।
- भारत के कुछ हिस्सों में लोग इस दिन व्रत रखते हैं।
- इस दिन लोग विभिन्न प्रकार की धार्मिक विधियां करते हैं।
- इस दिन गंगा स्नान करना शुभ माना गया है।
- इस दिन पीपल पर कच्चे दूध में जल मिलाकर चढ़ाएं और 7 बार उसकी परिक्रमा लगाएं।
- इस तिथि पर जल में तिल मिलाकर पितरों के नाम का दक्षिण दिशा में तर्पण करें।
- विधि अनुसार शिव पूजन करें।
- भगवान सूर्य को अर्घ्य दें।
- इस दिन गरीबों की मदद जरूर करें।
- इस तिथि पर गाय को चारा खिलाना भी शुभ माना जाता है।
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