Surya Grahan 2022: कई सालों बाद सूर्य ग्रहण पर बन रहा है ऐसा संयोग, 5 नहीं बल्कि 6 दिन का होगा दीपोत्सव पर्व
Surya Grahan 2022 हिन्दू धर्म में माता लक्ष्मी को धन एवं ऐश्वर्य की देवी माना जाता है। दिवाली पर्व के दिन माता लक्ष्मी की विशेष पूजा की जाती है और उन्हें प्रसन्न किया जाता है। इस बार 5 दिन तक चलने वाला पर्व 6 दिनों तक मनाया जाएगा।
By Shantanoo MishraEdited By: Updated: Tue, 25 Oct 2022 10:18 AM (IST)
नई दिल्ली, डिजिटल डेस्क | Surya Grahan 2022: साल का अंतिम आंशिक सूर्य ग्रहण आज यानि 25 अक्टूबर 2022 के दिन लगने जा रहा है। इस अनोखे खगोलीय घटना को देश के कई शहरों में देखा जा सकेगा। इस बार दिवाली के ठीक एक दिन बाद लगने वाले सूर्य ग्रहण के कारण तिथियों में बहुत फेरबदल हुए हैं। बता दें कि हर साल 5 दिनों तक मनाया जाने वाला दीपोत्सव पर्व इस वर्ष 6 दिनों तक मनाया जाएगा। ऐसा इसलिए क्योंकि दिवाली पर्व के ठीक अगले दिन सूर्य ग्रहण लग रहा है। मान्यता है कि सूर्य ग्रहण से 12 घंटे पहले सूतक काल लग जाता है। जिसमें किसी भी प्रकार का शुभ कार्य आरम्भ करना वर्जित है। आइए जानते हैं कब है सूर्य और क्यों 6 दिन मनाया जाएगा दीपोत्सव पर्व।
सूर्य ग्रहण 2022 कब? (Surya Grahan 2022 Date)
ज्योतिष गणना के अनुसार 25 अक्टूबर मंगलवार को 2:29 से साल 2022 का अंतिम सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है। जिस वजह से सूतक काल ग्रहण से 12 घंटे पहले लग जाएगा। इस बार दिवाली पर लक्ष्मी पूजन के बाद सूतक काल लग जाएगा। जिस कारण से 25 अक्टूबर को किसी भी प्रकार के धार्मिक कार्य पूर्ण नहीं किए जाएंगे। यही कारण है कि इस साल 25 के बजाय 26 अक्टूबर को भाई दूज पर्व मनाया जाएगा।
क्यों 6 दिन का होगा दीपोत्सव? (Deepotsav 2022)
ज्योतिष शास्त्र में यह बताया गया है कि ग्रहण के ठीक 12 घंटे पहले सूतक काल लग जाता है। जिसमें किसी भी प्रकार के पूजा-पाठ या धार्मिक कार्य नहीं करने चाहिए। वहीं ग्रहण के दौरान भी किसी भी प्रकार के धार्मिक कार्य को करने की मनाही है। इस बार 24 अक्टूबर को दीपावली पर्व धूमधाम से मनाया जाएगा। लेकिन दिवाली और गोवर्धन पूजा के बीच में सूर्य ग्रहण के कारण एक दिन अधिक बढ़ जाएगा। जिस वजह से 5 दिनों तक चलने वाला दीपोत्सव पर इस वर्ष 2022 में 6 दिनों तक मनाया जाएगा।डिसक्लेमर- इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।