Surya Grahan 2022: 30 अप्रैल को साल का पहला सूर्यग्रहण, जानें समय, स्थान और सूतक काल
Surya Grahan 2022 30 अप्रैल को साल का पहला सूर्य ग्रहण लगने वाला है। यह सूर्य ग्रहण काफी खास है क्योंकि इस दिन शनिश्चरी अमावस्या भी पड़ रही है। जानिए सूर्य ग्रहण का समय किन जगहों पर दिखेगा ग्रहण।
By Shivani SinghEdited By: Updated: Mon, 25 Apr 2022 03:18 PM (IST)
नई दिल्ली, Surya Grahan 2022: साल 2022 का पहला सूर्य ग्रहण इसी सप्ताह होने वाला है। हिंदू पंचांग के अनुसार, वैशाख मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या यानी 30 अप्रैल को सूर्य ग्रहण लगेगा। इस साल का सूर्य ग्रहण काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि इस दिन शनिश्चरी अमावस्या भी पड़ रही है। साल का पहला सूर्य ग्रहण आंशिक होगा जिसके कारण भारत में सूतक काल नहीं लगेगा। जानिए सूर्य ग्रहण लगने का कारण, किन जगहों पर लगेगा ग्रहण।
साल 2022 का पहला सूर्य ग्रहण जब सूर्य और पृथ्वी के बीच में चंद्रमा आ जाता है तो चंद्रमा के पीछे कुछ समय के लिए सूर्य का बिंब ढक जाता है, जिससे चंद्रमा की परछाई पृथ्वी पर पड़ती है। यहीं घटना सूर्य ग्रहण कहलाती हैं। इस बार मेष राशि पर साल का पहला सूर्य ग्रहण लग रहा है जिसका असर हर राशि के जातकों पर होगा। साल का पहला सूर्य ग्रहण 30 अप्रैल को लगने वाला है।
साल के पहले सूर्य ग्रहण का समय भारत के समय के अनुसार सूर्य ग्रहण 30 अप्रैल की मध्य रात्रि 12 बजकर 15 मिनट से शुरू होगा और सुबह 4 बजकर 7 मिनट तक रहेगा।
कहां -कहां दिखाई देगा ग्रहणसाल का पहला सूर्य ग्रहण आंशिक है। इसके साथ ही यह भारत में नहीं दिखाई देगा। इसके अलावा सूर्य ग्रहण दक्षिण अमेरिका का दक्षिण-पश्चिमी भाग, अटलांटिक, अंटार्कटिका और प्रशांत महासागर में दिखाई देगा।
सूर्य ग्रहण के समय करें ये कामशास्त्रों के अनुसार सूर्य ग्रहण के समय व्यक्ति को जप ध्यान जरूर करना चाहिए। सूर्य ग्रहण के समय खाने-पीने की चीजों को दूषित होने से बचने के लिए दूध, दही और अन्य खाने की चीजों में तुलसी की कुछ पत्तियां डाल देनी चाहिए। इसके अलावा भगवान सूर्य का मंत्रों का जाप करना चाहिए। इससे ग्रहण के समय उत्पन्न होने वाली नकारात्मक शक्तियों का दुष्प्रभाव नहीं होगा। इसके साथ ही गर्भवती महिलाओं को अपना विशेष ध्यान रखना चाहिए।
सूर्य ग्रहण के सूतक काल का समय भारत में सूर्य ग्रहण नहीं दिखाई देगा। इसलिए सूतक काल मान्य नहीं होगा। ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार, ग्रहण के समय के सूतक काल का अधिक महत्व है। यह ग्रहण शुरू होने के करीब 12 घंटे पहले से लग जाता है। इस दौरान कोई भी शुभ या मांगलिक कार्य करने की मनाही होती है।Pic Credit- Freepikडिसक्लेमर
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