Surya Grahan 2024: सूर्य ग्रहण के दौरान न करें ये गलतियां, जीवन में आ सकती है तबाही!
सूर्य ग्रहण की अवधि बेहद ही महत्वपूर्ण मानी गई है। वैदिक पंचांग के अनुसार इस साल का दूसरा सूर्य ग्रहण 2 अक्टूबर 2024 को लगेगा। इस अवधि को लेकर ज्योतिष शास्त्र में कुछ महत्वपूर्ण बातें (Surya Grahan 2024 Effects) बताई गई हैं जिनता ध्यान हर किसी को रखना चाहिए क्योंकि यह समय अशुभ माना जाता है तो चलिए जानते हैं।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। साल का आखिरी सूर्य ग्रहण 02 अक्टूबर, 2024 को लगेगा। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस दिन को बेहद महत्वपूर्ण माना गया है। ऐसा कहा जाता है कि इस दिन लोगों को भगवान कृष्ण की पूजा करनी चाहिए, इससे उन्हें ग्रहण के नकारात्मक प्रभाव से सुरक्षा प्राप्त होती है। वहीं, इस दिन (Surya Grahan 2024) को लेकर शास्त्र में कुछ नियम बनाए गए हैं, जिनका पालन जरूर करना चाहिए, तो आइए उसके बारे में जानते हैं, जो इस प्रकार हैं।
सूर्य ग्रहण के दौरान न करें ये काम (Surya Grahan 2024 Avoid Mistakes)
- सूर्य ग्रहण के दौरान लोगों को सोना नहीं चाहिए, इससे सेहत पर बुरा असर पड़ता है।
- इस दौरान आपको खाना पकाने या खाने से बचना चाहिए, क्योंकि यह आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।
- इस अवधि में देवी-देवताओं को छूना या पूजा करना वर्जित माना गया है।
- गर्भवती महिलाओं को ग्रहण देखने से बचना चाहिए।
- सूर्य ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को बाहर जाने या ऐसा कुछ भी करने से बचना चाहिए, जो उन्हें सूर्य के संपर्क में लाए।
- शास्त्रों के अनुसार, सूर्य ग्रहण (Surya Grahan 2024 Effects) के बाद सभी को अपने घर की सफाई करनी चाहिए और स्नान करना चाहिए।
- सूर्य ग्रहण शुरू होने से पहले भोजन और पानी में तुलसी के पत्ते रखने चाहिए।
- ग्रहण के बाद पूरे घर में गंगाजल का छिड़काव जरूर करना चाहिए।
- ग्रहण के दौरान खुली आंखों से सीधे सूर्य को देखने से बचना चाहिए।
- इस अवधि के दौरान किसी भी प्रकार का भोजन बनाने और खाने से जीवन में अशुभता आती है।
- ग्रहण (Solar Eclipse 2024) के दौरान नुकीली चीजों का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए।
अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।