Surya Grahan 2024: आज लगेगा साल का पहला सूर्य ग्रहण, जानें सही समय और सूतक काल
Surya Grahan 2024 Sutak Kaal Timing ज्योतिषियों के अनुसार राहु के द्वारा सूर्य और चंद्र के ग्रास से ग्रहण लगता है। अतः ग्रहण की अवधि के दौरान पृथ्वी पर राहु का असर अधिक बढ़ जाता है। साथ ही न ही खाने-पीने की सलाह दी जाती है। हालांकि बच्चे वृद्धजन एवं बीमार व्यक्ति ग्रहण के समय फल और जल ग्रहण कर सकते हैं।
By Pravin KumarEdited By: Pravin KumarUpdated: Mon, 08 Apr 2024 12:35 PM (IST)
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Surya Grahan 2024: हिंदू धर्म में सूर्य ग्रहण का अधिक महत्व है। देश समेत विश्व के कई हिस्सों में ग्रहण को महत्वपूर्ण माना जाता है। ज्योतिषियों के अनुसार, राहु के द्वारा सूर्य और चंद्र के ग्रास से ग्रहण लगता है। अतः ग्रहण की अवधि के दौरान पृथ्वी पर राहु का असर अधिक बढ़ जाता है। ऐसे में शुभ काम करने की सख्त मनाही है। साथ ही न ही खाने-पीने की सलाह दी जाती है। हालांकि, बच्चे, वृद्धजन एवं बीमार व्यक्ति ग्रहण के समय फल और जल ग्रहण कर सकते हैं। इस साल 08 अप्रैल यानी आज सूर्य ग्रहण लगने वाला है। आइए, ग्रहण का सही समय और सूतक काल के बारे में जानते हैं-
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ग्रहण का सही समय
सूर्य ग्रहण 08 अप्रैल को संध्याकाल (रात) 09 बजकर 12 मिनट पर शुरू होगा और देर रात (09 अप्रैल) 02 बजकर 22 मिनट पर समाप्त होगा। वहीं, पूर्ण सूर्य ग्रहण लगभग 07 मिनट का रहने वाला है।कहां-कहां दिखेगा सूर्य ग्रहण ?
यह ग्रहण अमेरिका, मेक्सिको और कनाडा समेत यूरोप के कई देशों में दिखाई देगा। अमेरिका समेत ग्रहण प्रभावित अन्य देशों में सुबह 09 बजे से सूतक लगेगा। भारत में यह सूर्य ग्रहण नहीं दिखाई देगा। अतः सूतक भी लागू नहीं होगा। इसके अलावा, एशिया, ऑस्ट्रेलिया और अफ्रीका के देशों में भी सूर्य ग्रहण नहीं दिखाई देगा।
सूतक
ज्योतिषियों की मानें तो सूर्य ग्रहण के दौरान सूतक चार प्रहर पूर्व लगता है। आसान शब्दों में कहें तो सूर्य ग्रहण से 12 घंटे पूर्व सूतक लगता है। ऐसा तब होता है, जब ग्रहण दिखाई देता है। ग्रहण न दिखने पर सूतक मान्य नहीं होता है। वहीं, चंद्र ग्रहण के दौरान 09 घंटे का सूतक होता है। सूतक नहीं लगने के बावजूद भी ग्रहण के समय कोई मांगलिक कार्य न करें। साथ ही ग्रहण के समय खानपान और तामसिक प्रवृति से दूर रहें। इस समय जगत के पालनहार भगवान विष्णु के नामों का सुमिरन करें।यह भी पढ़ें: साल 2024 में 61 दिन बजेगी शहनाई, नोट करें विवाह मुहूर्त, तिथि एवं नक्षत्र संयोगडिसक्लेमर: इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।