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Surya Grahan 2024: घटस्थापना से पहले करें इन चीजों का दान, नहीं पड़ेगा सूर्य ग्रहण का बुरा प्रभाव

हिंदू धर्म में बताया गया है कि सूर्य ग्रहण (surya grahan 2 october 2024) की अवधि में कई सावधानियां रखनी होती हैं ताकि व्यक्ति इसके बुरे प्रभावों से बचा रहे। ऐसे में आज यानी बुधवार 02 अक्टूबर के दिन साल 2024 का दूसरा सूर्य ग्रहण लग रहा है। यह सूर्य ग्रहण भारत में दर्शनीय नहीं होगा ऐसे में इसका सूतक काल भी भारत मान्य नहीं होगा।

By Suman Saini Edited By: Suman Saini Updated: Wed, 02 Oct 2024 12:58 PM (IST)
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Surya Grahan 2024 घटस्थापना से पहले करें इन चीजों का दान

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। साल का दूसरा सूर्य ग्रहण की शुरुआत 02 अक्टूबर को रात्रि 09 बजकर 13 मिनट पर होगी, जिसका समापन मध्यरात्रि 03 बजकर 17 मिनट पर होने जा रहा है। सूर्य ग्रहण (Solar Eclipse 2024) के समापन के बाद स्नान-दान का विशेष महत्व माना गया है। ऐसे में चलिए जानते हैं कि सूर्य ग्रहण की अवधि के बाद और घटस्थापना से पहले आप किन चीजों का दान कर सकते हैं।

इस तरह करें दान

सूर्य ग्रहण के दिन दान करने का विशेष महत्व माना जाता है। इसके लिए सूर्य ग्रहण समाप्त होने के बाद पवित्र नदी या जल स्रोत में स्नान करने के बाद पूजा-अर्चना करें। यदि आपके लिए ऐसा करना संभव नहीं है, तो आप घर पर ही पानी में गंगाजल मिलाकर भी स्नान कर सकते हैं। इसके बाद अपनी श्रद्धानुसार गरीबों में चना, गेहूं, गुड़ और दाल आदि का दान करें। ऐसा करने से सभी साधक को कार्यों में सफलता मिलने लगती है।

करें इन चीजों का दान

ग्रहण के दिन आप राहु से जुड़ा दान भी कर सकते हैं। इसके लिए जुते दान करें। इससे आप ग्रहण के बुरे प्रभाव से बचे रहते हैं। इसी के साथ ग्रहण के दिन केले, दूध, फल, बेसन के लड्डू और पेड़े आदि का भी दान किया जा सकता है। इसे बहुत भी शुभ माना जाता है। इसी के साथ सूर्य ग्रहण की समाप्ति के बाद आप लाल रंग के वस्त्र और चावल भी दान कर सकते हैं।

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मिलेगा विशेष लाभ

ऐसा माना जाता है कि सूर्य ग्रहण के दौरान गरीबों व जरूरतमंदों को अपनी राशि अनुसार किया गया दान भी व्यक्ति को शुभ फल प्रदान कर सकता है। इसके लिए आप किसी विद्वान ज्योतिष की सलाह ले सकते हैं। इससे साधक को जीवन में अच्छे परिणाम देखने को मिल सकते हैं।

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अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।