Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Surya Mantra: रविवार के दिन इन मंत्रों का करें जाप, घर आएंगी खुशियां

सनातन धर्म में रविवार के दिन भगवान सूर्य देव की पूजा-अर्चना करने का विधान है। मान्यता के अनुसार रविवार के दिन सूर्य को तांबे के बर्तन में सिंदूर अक्षत लाल फूल चीनी जल और गंगाजल डालकर अर्घ्य दिया जाता है। मान्यता है कि विधिपूर्वक अर्घ्य देने से साधक को जीवन की परेशानियों से निजात मिलती है और सूर्य देव का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

By Jagran News Edited By: Pravin KumarUpdated: Sat, 23 Dec 2023 05:10 PM (IST)
Hero Image
Surya Mantra: रविवार के दिन इन मंत्रों का करें जाप, घर आएंगी खुशियां

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Surya Mantra: सनातन धर्म में रविवार के दिन भगवान सूर्य देव की पूजा-अर्चना करने का विधान है। ऋग्वेद के देवताओं कें सूर्य का महत्वपूर्ण स्थान है। मान्यता के अनुसार, रविवार के दिन सूर्य को तांबे के बर्तन में सिंदूर, अक्षत, लाल फूल, चीनी, जल और गंगाजल डालकर अर्घ्य दिया जाता है। मान्यता है कि विधिपूर्वक अर्घ्य देने से साधक को जीवन की परेशानियों से निजात मिलती है और सूर्य देव का आशीर्वाद प्राप्त होता है। रविवार के दिन भगवान सूर्य देव की कृपा प्राप्त करने के लिए पूजा के दौरान विशेष मंत्रों का जाप करना शुभ होता है। चलिए जानते हैं पूजा के समय किन मंत्रों का जाप करना फलदायी होता है।

सूर्य प्रार्थना मंत्र

सूर्य भगवान की प्रार्थना करते हुए इस मंत्र का जाप करें।

ग्रहाणामादिरादित्यो लोक लक्षण कारक:।

विषम स्थान संभूतां पीड़ां दहतु मे रवि।।

सूर्याष्टकम

आदिदेव नमस्तुभ्यं प्रसीद मम भास्कर।

दिवाकर नमस्तुभ्यं प्रभाकर नमोऽस्तु ते

सप्ताश्वरथमारूढं प्रचण्डं कश्यपात्मजम् ।

श्वेतपद्मधरं देवं तं सूर्यं प्रणमाम्यहम्

लोहितं रथमारूढं सर्वलोकपितामहम् ।

महापापहरं देवं तं सूर्यं प्रणमाम्यहम्

त्रैगुण्यं च महाशूरं ब्रह्मविष्णुमहेश्वरम् ।

महापापहरं देवं तं सूर्यं प्रणमाम्यहम्

बृंहितं तेजःपुञ्जं च वायुमाकाशमेव च ।

प्रभुं च सर्वलोकानां तं सूर्यं प्रणमाम्यहम्

बन्धुकपुष्पसङ्काशं हारकुण्डलभूषितम् ।

एकचक्रधरं देवं तं सूर्यं प्रणमाम्यहम्

तं सूर्यं जगत्कर्तारं महातेजः प्रदीपनम् ।

महापापहरं देवं तं सूर्यं प्रणमाम्यहम्

तं सूर्यं जगतां नाथं ज्ञानविज्ञानमोक्षदम् ।

महापापहरं देवं तं सूर्यं प्रणमाम्यहम्

यह भी पढ़ें: Vastu Tips For Bathroom: नववर्ष से पहले बाथरूम में से बाहर करें ये चीजें, वरना पैसों की होगी तंगी

सूर्य कवच

श्रणुष्व मुनिशार्दूल सूर्यस्य कवचं शुभम्।

शरीरारोग्दं दिव्यं सव सौभाग्य दायकम्।।

देदीप्यमान मुकुटं स्फुरन्मकर कुण्डलम।

ध्यात्वा सहस्त्रं किरणं स्तोत्र मेततु दीरयेत्।।

शिरों में भास्कर: पातु ललाट मेडमित दुति:।

नेत्रे दिनमणि: पातु श्रवणे वासरेश्वर:।।

ध्राणं धर्मं धृणि: पातु वदनं वेद वाहन:।

जिव्हां में मानद: पातु कण्ठं में सुर वन्दित:।।

सूर्य रक्षात्मकं स्तोत्रं लिखित्वा भूर्ज पत्रके।

दधाति य: करे तस्य वशगा: सर्व सिद्धय:।।

सुस्नातो यो जपेत् सम्यग्योधिते स्वस्थ: मानस:।

सरोग मुक्तो दीर्घायु सुखं पुष्टिं च विदंति।।

सूर्य पूजा के लाभ

सूर्य देव की पूजा करने से कष्टों से छुटकारा मिलता है

व्यक्ति को बल, बुद्धि और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।

जीवन में सफलता हासिल होती है।

बुरे विचारों का नाश होता है।

घर में सुख-शांति का आगमन होता है।

यह भी पढ़ें: Jyotish Tips: सोते समय तकिए के नीचे रख लें ये चीजें, गृह दोष से लेकर तनाव से मिलती है मुक्ति

डिसक्लेमर- 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'