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Swami Vivekananda Jayanti 2023: स्वामी विवेकानंद ने न्यूयार्क से भारत के युवा साथियों को दिया था ये संदेश

Swami Vivekananda Jayanti 2023 स्वामी विवेकानंद द्नारा लिखा एक पत्र का अंश। 19 नवंबर 1894 को स्वामी विवेकानंद ने न्यूयार्क से भारत के युवा भक्तों श्रीयुत आलासिंगा और पेरुमल को पत्र लिखा था। प्रस्तुत हैं उस पत्र के कुछ अंश

By Shivani SinghEdited By: Shivani SinghUpdated: Mon, 09 Jan 2023 12:20 PM (IST)
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Swami Vivekananda Jayanti 2023: स्वामी विवेकानंद ने न्यूयार्क से भारत के युवा साथियों को दिया था ये संदेश

नई दिल्ली, Swami Vivekananda Jayanti 2023: हे वीर हृदय युवकों, परोपकार ही जीवन है, परोपकार न करना ही मृत्यु है। सबके लिए तुम्हारे हृदय में दर्द हो-निर्धन, पददलित मनुष्यों के दुख का तुम अनुभव करो। संवेदना से तुम्हारा हृदय भरा हो। पिछले दस साल से मैं अपना मूलमंत्र घोषित करता आया हूं 'कोशिश करते रहो' और अब भी कहता हूं कि बिना सोचे कोशिश करते चलो। जब चारों ओर अंधेरा था, तब भी मैं कोशिश करने को कहता था, अब तो कुछ प्रकाश नजर आ रहा है, अब भी यही कहूंगा कि कोशिश करते रहो। न धन काम आता है, न यश और ना ही विद्या।

चरित्र ही कठिनाइयों की संगीन दीवारें तोड़कर अपना रास्ता बना लेता है। नेतृत्व करते समय सबके दास बनो, निस्वार्थ रहो। धैर्य रखो, तभी सफलता तुम्हारे हाथ आएगी। औरों के हित के लिए काम करना ही जीवन का लक्ष्य है। हां, एक बात का ध्यान रखो, दूसरों पर अपना रोब जमाने की कोशिश न करना। दूसरों की भलाई में काम करना ही जीवन है। मैं हमेशा ईश्वर पर निर्भर रहा हूं, सच्चाई पर निर्भर रहा हूं, जो दिन की रौशनी की तरह उज्ज्वल है।

मरते समय मेरी विवेक-बुद्धि पर यह धब्बा न रहे कि मैंने नाम या यश पाने के लिए यह काम किया। आगे बढ़ो-चाहे धन आए या न आए, आदमी मिलें या न मिलें, तुम्हारे पास प्रेम है। सतर्क रहो। जो कुछ असत्य है, उसे पास न फटकने दो। सत्य पर दृढ़ रहो, तभी हम सफल होंगे। शायद थोड़ा अधिक समय लगे, पर हम सफल होंगे। इस तरह काम करते जाओ कि मानो मैं कभी था ही नहीं। इस तरह काम करो कि तुम पर ही सारा काम निर्भर है। भविष्य की सदी तुम्हारी ओर देख रही है- भारत का भविष्य तुम पर (युवाओं पर) निर्भर है। काम करते रहो।