Chandra Grahan 2023: शरद पूर्णिमा पर लगेगा साल का आखिरी चंद्र ग्रहण, इन 2 राशियों को रहना होगा बेहद सतर्क
धार्मिक मान्यता है कि पूर्णिमा तिथि पर गंगा स्नान करने से व्यक्ति द्वारा अनजाने में किए गए सारे पाप कट जाते हैं। साथ ही घर में सुख समृद्धि और खुशहाली आती है। ज्योतिषियों की मानें तो शरद पूर्णिमा तिथि पर साल का आखिरी चंद्र ग्रहण लगने वाला है। भारत में यह ग्रहण दिखाई देगा। अतः सूतक भी मान्य होगा। चंद्र ग्रहण के दौरान राहु का प्रभाव बढ़ जाता है।
By Pravin KumarEdited By: Pravin KumarUpdated: Mon, 16 Oct 2023 03:21 PM (IST)
धर्म डेस्क, नई दिल्ली | Chandra Grahan 2023: हर वर्ष आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि के अगले दिन शरद पूर्णिमा मनाई जाती है। तदनुसार, इस वर्ष 28 अक्टूबर को शरद पूर्णिमा है। सनातन धर्म में पूर्णिमा तिथि का विशेष महत्व है। इस दिन गंगा स्नान, पूजा, जप-तप और दान करने का विधान है। धार्मिक मान्यता है कि पूर्णिमा तिथि पर गंगा स्नान करने से व्यक्ति द्वारा अनजाने में किए गए सारे पाप कट जाते हैं। साथ ही घर में सुख, समृद्धि और खुशहाली आती है। ज्योतिषियों की मानें तो शरद पूर्णिमा तिथि पर साल का आखिरी चंद्र ग्रहण लगने वाला है। भारत में यह ग्रहण दिखाई देगा। अतः सूतक भी मान्य होगा। चंद्र ग्रहण के दौरान राहु का प्रभाव बढ़ जाता है। इससे 2 राशि के जातकों पर व्यापक असर पड़ेगा। इन 2 राशियों को बेहद सतर्क रहना पड़ेगा। आइए, इसके बारे में सबकुछ जानते हैं-
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चंद्र ग्रहण का समय
ज्योतिषियों की मानें तो शरद पूर्णिमा की मध्य रात्रि में भारतीय समय अनुसार 01 बजकर 06 मिनट पर शुरू होगा और देर रात 02 बजकर 22 पर समाप्त होगा। वहीं, पूर्णिमा तिथि का समापन देर रात 01 बजकर 53 मिनट पर होगा। चंद्र ग्रहण की अवधि 1 घंटे 16 मिनट है।मेष राशि
मन के कारक चंद्र देव 28 अक्टूबर को सुबह 07 बजकर 31 मिनट पर मीन राशि से निकलकर मेष राशि में प्रवेश करेंगे। इस राशि में चंद्र देव 30 अक्टूबर को सुबह 10 बजकर 28 मिनट तक रहेंगे। ग्रहण के दौरान चंद्र देव मेष राशि के लग्न भाव में विराजमान रहेंगे। पूर्व से राहु भी मेष राशि के लग्न भाव में विराजमान हैं। अतः मेष राशि को मानसिक चिंता हो सकती है। अपनी वाणी पर संयम रखें। भावनाओं में बहकर कोई फैसले न लें। सूतक समय से विशेष सावधान रहें। किसी से वाद विवाद हो सकता है।
कर्क राशि
कर्क राशि के स्वामी चंद्र देव हैं और आराध्य देवों के देव महादेव हैं। अतः ग्रहण के दौरान कर्क राशि के जातकों पर व्यापक असर पड़ सकता है। अकारण चिंता हो सकती है। मन में द्वेष की भावना आ सकती है। किसी से कलह हो सकती है। निवेश करने से बचें। कोई बड़े फैसले न लें। वाहन चलाते समय सावधानी बरतें। ग्रहण के समय महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें।डिसक्लेमर: इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।