Tarot Card Reading: अचानक होगा धन लाभ लेकिन इन बातों का रखना होगा ख्याल, जानें कैसा बीतेगा 03 सितंबर का दिन
अंक ज्योतिष और टैरो कार्ड रीडर पल्लवी एके शर्मा की मानें तो 03 सितंबर का दिन 03 मूलांक के जातकों के लिए शानदार रहने वाला है। ज्ञान के कारक देवगुरु बृहस्पति की कृपा कुछ जातकों पर बरसेगी। उनकी कृपा से मूलांक 03 के जातकों को सबसे अधिक लाभ होगा। देवगुरु बृहस्पति की कृपा से करियर और कारोबार को नया आयाम मिलेगा।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। सितंबर का महीना शुरू हो चुका है। यह महीना कई जातकों के लिए शुभ रहने वाला है। इस महीने कई बड़े शुभ ग्रह राशि परिवर्तन करेंगे। इससे राशि चक्र की सभी राशियों पर भाव अनुसार प्रभाव पड़ेगा। शुभ ग्रहों के प्रभाव से कई राशि के जातको को लाभ होगा। आइए, अंक ज्योतिष और टैरो विशेषज्ञ पल्लवी एके शर्मा से जानते हैं कि 03 सितंबर का दिन कैसा रहने वाला है और किन-किन बातों का ध्यान रखना है ?
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अंक ज्योतिष और टैरो कार्ड रीडर पल्लवी एके शर्मा की मानें तो 03 मूलांक के स्वामी देवगुरु बृहस्पति हैं। इसका अभिप्राय यह है कि 03, 12 और 21 तारीख के दिन जन्म लेने वाले जातकों का मूलांक 03 होता है। धनु और मीन राशि के स्वामी देवगुरु ग्रह बृहस्पति हैं। देवगुरु बृहस्पति कर्क राशि में उच्च के होते हैं। इसके लिए कर्क राशि को शुभ फल देते हैं। भगवान विष्णु जी की पूजा करने से कुंडली में गुरु ग्रह मजबूत होता है।
एंजल सलाह
एंजल की सलाह है कि अपने गुरुओं से जुड़ें और उनका आशीर्वाद प्राप्त करें। अपने पूर्वजों को याद करें और उन्हें धन्यवाद करें। लेखन कार्य करें। अपनी क्रिएटिविटी का इस्तेमाल करें। खुश रहें और लोगों को भी खुश रखने की कोशिश करें। जीने का लुत्फ उठाएं। अपने विचारों का सही दिशा में लगाएं। अपनी आंतरिक ऊर्जा का उपयोग सही दिशा में करें। समान विचारवाले दोस्तों से जुड़ें। अपने पार्टनर के साथ बेहतरीन पल बिताएं। योग और ध्यान करें। वहीं, सकारात्मक शक्ति का उपयोग सही दिशा में करें। अनावश्यक बातचीत से दूर रहें। खुद पर भरोसा रखें। जीवन में समय के साथ परिवर्तन जरूर आता है। किसी पर निर्भर न रहें।
क्या करें
आज के दिन 03 मूलांक के जातक बिना रुकें कुछ देर तक यह जरूर दोहराएं। "मैं प्रेम और प्रकाश का प्राणी हूं और परम पिता परमेश्वर की कृपा मुझ पर बरस रही है।"
उपाय
- ॐ गं गणपतये नमः मंत्र का जप करें।
- हुनमान चालीसा का पाठ करें।
- ॐ नमो भगवते वासुदेवाय:
- ॐ नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र का जप करें।
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