Tulsi Ke Upay: तुलसी के इन उपाय से खुल जाएंगे किस्मत के बंद ताले, सभी मनोकामनाएं होंगी पूरी
रोजाना तुलसी की पूजा करने से जगत के पालनहार भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त होता है। धार्मिक मान्यता है कि तुलसी की पूजा करने से परिवार के सभी सदस्यों को परेशानियों से छुटकारा मिलता है। तुलसी (Tulsi Ke Upay) के उपाय करने से साधक को जीवन में धन का लाभ मिलता है और रुके हुए काम पूरे होते हैं।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Tulsi Ke Upay: सनातन धर्म में तुलसी के पौधे का अधिक महत्व है। लगभग हर हिंदू घर में तुलसी का पौधा पाया जाता है। तुलसी के पौधे में धन की देवी मां लक्ष्मी का वास होता है। इस पौधे के पास रोजाना दीपक जलाने और पूजा करने का विधान है। धार्मिक मान्यता है कि तुलसी की पूजा करने से घर में सुख-शांति का आगमन होता है और परिवार के सभी सदस्यों को परेशानियों से छुटकारा मिलता है। अगर आप भी अपना जीवन सुखमय चाहते हैं, तो शास्त्रों में बताए गए तुलसी के उपाय आपके लिए बेहद कल्याणकारी साबित होंगे।
यह भी पढ़ें: Masik Durgashtami 2024: मासिक दुर्गाष्टमी पर करें इस चमत्कारी स्तोत्र का पाठ, सभी दुखों से मिलेगी मुक्ति
तुलसी के उपाय
- अगर आप लंबे समय से आर्थिक समस्या का सामना कर रहे हैं, तो लाल कपड़े में तुलसी के पत्तों को बांधकर तिजोरी में रख दें। मान्यता है कि इस उपाय को करने से धन संबंधित समस्या दूर होती है और धन लाभ के योग बनते हैं।
- एक बर्तन में जल और हल्दी डालकर तुलसी के पौधे में अर्पित करें। इस दौरान तुलसी माता से अपनी मनोकामना को पूर्ण करने के लिए प्रार्थना करें। माना जाता है कि इस उपाय करने से जातक की सभी इच्छा पूरी होती है।
- धार्मिक मान्यता है कि रोजाना तुलसी के पास दीपक जलाने से जॉब और बिजनेस में सफलता प्राप्त होती है और घर में सुख-समृद्धि आती है।
- अगर आप सुखी दांपत्य जीवन चाहते है, तो पूजा के दौरान भगवान विष्णु को चंदन का तिलक लगाएं और मां लक्ष्मी को लाल चुनरी अर्पित करें। साथ ही भोग में तुलसी दल को शामिल करें। ज्योतिष शास्त्र की मानें तो इस उपाय को करने से वैवाहिक जीवन सदैव सुखमय रहता है।
- आटे के दीपक को तुलसी के पास रखकर थोड़ी सी हल्दी डालकर संध्याकाल में जलाएं। ऐसा माना जाता है कि इस उपाय को करने से जातक की बंद किस्मत खुल सकती है।
यह भी पढ़ें: Bagalamukhi Jayanti 2024: 15 मई को मनाई जाएगी बगलामुखी जयंती, ऐसे करें आठवीं महाविद्या की देवी को प्रसन्न
अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।