Tulsi Manjari Ke Upay: तुलसी मंजरी के इन उपायों से धन की होगी प्राप्ति, विवाह के बनेंगे योग
तुलसी को मां लक्ष्मी का रूप माना जाता है। इस पौधे में कई आयुर्वेदिक गुण भी पाए जाते हैं। तुलसी की पत्ती जड़ और बीज में कई गुण मौजूद होते हैं जो बेहद फलदायी होते हैं। ठीक इसी प्रकार तुलसी की मंजरी भी विशेष लाभकारी है। ज्योतिष शास्त्र में तुलसी की मंजरी के उपायों का उल्लेख किया गया है जिनको करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।
By Kaushik SharmaEdited By: Kaushik SharmaUpdated: Sat, 10 Feb 2024 08:00 PM (IST)
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Tulsi Manjari Ke Upay: सनातन धर्म में तुलसी के पौधे को बेहद शुभ माना गया है। तुलसी को मां लक्ष्मी का रूप माना जाता है। इस पौधे में कई आयुर्वेदिक गुण भी पाए जाते हैं। तुलसी की पत्ती, जड़ और बीज में कई गुण मौजूद होते हैं, जो बेहद फलदायी होते हैं। ठीक इसी प्रकार तुलसी की मंजरी भी विशेष लाभकारी है। माना जाता है कि तुलसी के पौधे पर हरी मंजरी का आना शुभ होता है। ज्योतिष शास्त्र में तुलसी की मंजरी के उपायों का उल्लेख किया गया है, जिनको करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और धन का लाभ मिलता है। चलिए जानते हैं तुलसी की मंजरी से किए जाने वाले उपायों के बारे में।
तुलसी मंजरी के उपाय (Tulsi Manjari Ke Upay)
-शुक्रवार का दिन मां लक्ष्मी को समर्पित है। इस दिन तुलसी की मंजरी को तोड़कर पीले कपड़े में बांध लें। इसके बाद उसे तिजोरी या पर्स में रख दें। मान्यता है कि ऐसा करने से जीवन में धन की कमी कभी नहीं होगी।-अगर आपके विवाह में किसी तरह की कोई रुकावट आ रही है, तो तुलसी की मंजरी को दूध में डाल कर शिवलिंग पर अर्पित कर दें। कहा जाता है कि इस उपाय को करने से शादी में आ रही बाधा दूर होती है और शादी के योग बनने लगते हैं।
-गुरुवार के दिन भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना करने का विधान है और उनको तुलसी की मंजरी बेहद प्रिय है। गुरुवार को भगवान विष्णु के चरणों में तुलसी की मंजरी अर्पित करें। माना जाता है कि इस उपाय को करने से फंसा हुआ धन वापस मिलता है।-अगर आप लंबे समय से धन की परेशानी का सामना कर रहे हैं, तो ऐसे में घर की बालकनी की उत्तर या पूर्व दिशा में तुलसी की मंजरी किसी पवित्र स्थान पर रखें। ऐसा करने से आपके घर में धन का कभी आभाव नहीं रहेगा और धन के मार्ग सदैव खुले रहेंगे।
यह भी पढ़ें: Tulsi Care in Winter: सर्दी में तुलसी का ऐसे करें बचाव, पौधा सदैव रहेगा हरा-भरा डिसक्लेमर- इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/जयोतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेंगी।