Move to Jagran APP

Tulsi Puja: तुलसी में इस तरह बांधे हल्दी की गांठ, देखते ही देखते खत्म हो जाएंगी सारी परेशानियां

Tulsi Pujan तुलसी का मां लक्ष्मी का ही स्वरूप माना गया है। यह भगवान विष्णु को भी अति प्रिय है। जो साधक नियमित रूप से पूरी श्रद्धा के साथ तुलसी जी की पूजा करता है उसके जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार तुलसी के पौधे पर हल्दी की गांठ बांधना बहुत ही शुभ माना जाता है।

By Suman SainiEdited By: Suman SainiUpdated: Sat, 16 Dec 2023 02:46 PM (IST)
Hero Image
Tulsi Ke Niyam तुलसी में हल्दी की गांठ बांधने के लाभ।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Tulsi Ke Niyam: हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे को बहुत ही पवित्र और पूजनीय माना गया है। तुलसी एक ऐसा पौधा है, जिसका इस्तेमाल आयुर्वेद में औषधि के रूप में किया जाता है। हिंदू धर्म में सुबह-शाम देवी-देवताओं की पूजा के साथ-साथ तुलसी पूजा का भी विधान है। कई लोग तुलसी में हल्दी की गांठ बांधते हैं। आइए जानते हैं कि इससे साधक को क्या-क्या लाभ मिल सकते हैं। 

हल्दी की गांठ बांधने के लाभ

तुलसी की तरह हल्दी का भी हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। इसे भी धार्मिक अनुष्ठानों में विशेष रूप से इस्तेमाल किया जाता है। ऐसे में यदि कोई जातक तुलसी के पौधे में हल्दी की गांठ बांधता है, तो इससे नकारात्मकता ऊर्जा का नाश होता है। साथ ही घर में सकारात्मक ऊर्जा का वास बना रहता है।

यह भी पढ़ें - Vastu Tips: सुबह-सुबह दिख जाए मोर पंख, तो समझिए ऐसा जाने वाला है आपका दिन

कर सकते हैं ये उपाय

आप चाहे तो हल्दी को तुलसी के पौधे पर छिड़क भी जा सकते हैं। ऐसा करने से तुलसी का पौधा हरा भरा बना रहता है। जिससे साधक को लक्ष्मी जी की कृपा प्राप्त होती है और उसे आर्थिक तंगी का सामना नहीं करना पड़ता।

यह भी पढ़ें - Tulsi ke Upay: आर्थिक तंगी को दूर करने के लिए करें तुलसी का ये उपाय, मिलेंगे कई लाभ

इन बातों का रखें ध्यान

शुक्रवार के दिन तुलसी पर हल्दी की गांठ बांधना शुभ माना जाता है। ध्यान रहे कि प्रत्येक शुक्रवार को इस हल्दी की गांठ को बदलना है। ऐसा आपको अगले 10 शुक्रवार तक करना होगा। इसके बाद 11वें शुक्रवार के दिन नई हल्दी की गांठ बांधें और अन्य 10 गांठों को बहते हुए जल में प्रवाहित कर दें। ऐसा करने से व्यक्ति को लक्ष्मी मां की विशेष कृपा प्राप्त होती है।

WhatsApp पर हमसे जुड़ें. इस लिंक पर क्लिक करें

डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'