Tulsi Vivah 2021: तुलसी विवाह के दिन करें ये उपाय, पूरी होगी हर मनोकामना
Tulsi Vivah 2021 देवोत्थान एकादशी का व्रत और तुलसी विवाह का पूजन 15 नवंबर को किया जाएगा। आइए जानते हैं इस दिन किए जाने वाले कुछ ऐसे उपायों के बारे में जिन्हें करने से भगवान विष्णु और मां तुलसी शीघ्र प्रसन्न होते हैं और मनचाहा वर प्रदान करते हैं....
By Jeetesh KumarEdited By: Updated: Mon, 15 Nov 2021 08:22 AM (IST)
Tulsi Vivah 2021: कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को प्रबोधनी या देवोत्थान एकादशी कहा जाता है। इस दिन तुलसी विवाह का आयोजन करने का विधान है। प्रबोधनी या देवोत्थान एकादशी का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। इस दिन चतुर्मास की समाप्ति होती है और शुभ कार्य पुनः शुरू हो जाते हैं। पंचांग गणना के अनुसार एकादशी की तिथि दो दिन 14 और 15 नवंबर को पड़ रही है। लेकिन देवोत्थान एकादशी का व्रत और तुलसी विवाह का पूजन 15 नवंबर को किया जाएगा। आइए जानते हैं इस दिन किए जाने वाले कुछ ऐसे उपायों के बारे में जिन्हें करने से भगवान विष्णु और मां तुलसी शीघ्र प्रसन्न होते हैं और मनचाहा वर प्रदान करते हैं....
1-पीपल के पेड़ में भगवान विष्णु का वास माना जाता है।देवोत्थान एकादशी के दिन पीपल के पेड़ को जल चढ़ाए और शाम के समय इसके समीप दीपक जलाना चाहिए। भगवान विष्णु आपकी सारी मनोकामनाएं पूरी करेंगे।2- देवोत्थान एकादशी के दिन पूजन में भगवान विष्णु को पैसें जरूर चढ़ाएं और पूजन के बाद इन पैसों को अपनी पर्स में सुरक्षित रख लें। आपकी पर्स में पैसों की आवक में स्वतः बढ़ोत्तरी होने लगेगी।
3- इस दिन तुलसी जी के समीप शुद्ध घी के 11 दीपक जलांए और ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः। मंत्र का जाप करते हुए तुलसी जी की 11 परिक्रमा करें मां तुलसी आपके सारे रोग-दोष दूर करेंगी और घर में सुख-समृद्धि का आगमन होगा।4- अगर विवाह में बाधा आरही है तो देवोत्थान एकादशी के दिन तुलसी विवाह का आयोजन करें और तुलसी मंगलाष्टक का पाठ करें। विवाह में आने वाली सारी रूकावटें दूर होंगी।
5- देवोत्थान एकादशी के दिन तुलसी पूजन में तुलसी नामाष्टक का पाठ करने से लंबी बीमारी से भी छुटकारा मिलता है।
6- नौकरी या करोबार में तरक्की पाने के लिए इस दिन श्यामा तुलसी की जड़ का एक टुकड़ा ले कर पीले कपड़े में बांधकर ऑफिस या दुकान में रख दे। आपकी मनचाही मुराद पूरी होगी।डिस्क्लेमर ''इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना में निहित सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्म ग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारी आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना के तहत ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।''