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Utpanna Ekadashi 2022: आज इन 5 कार्यों को करने से मिलेगा भगवान विष्णु का आशीर्वाद

Utpanna Ekadashi 2022 हिन्दू धर्म में एकादशी तिथि को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। इस दिन भगवान विष्णु की उपासना करने से भक्तों के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं और उनकी सभी मनोकामना पूर्ण होती है।

By Shantanoo MishraEdited By: Updated: Sun, 20 Nov 2022 10:53 AM (IST)
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Utpanna Ekadashi 2022: उत्पन्ना एकादशी पर जरूर करें ये खास उपाय।

नई दिल्ली, डिजिटल डेस्क | Utpanna Ekadashi 2022 Upay: हिन्दू धर्म में एकादशी व्रत को सबसे श्रेष्ठ माना जाता है। यह व्रत भगवान विष्णु की पूजा के लिए समर्पित है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार एकादशी तिथि पर भगवान विष्णु को प्रसन्न करने के लिए भक्त उपवास रखते हैं और उनकी विशेष पूजा करते हैं। मार्गशीर्ष मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि के दिन उत्पन्ना एकादशी व्रत रखा जाएगा। पंचांग के अनुसार उत्पन्ना एकादशी व्रत 20 नवंबर, रविवार (Utpanna Ekadashi 2022 Date) के दिन रखा जाएगा। मान्यता है कि इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से भक्तों के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं और श्रीहरि का विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है। शास्त्रों में एकादशी तिथि के लिए कुछ विशेष उपाय बताए गए हैं जिनका पालन करने से भक्तों को विशेष लाभ मिलता है। आइए जानते हैं-

उत्पन्ना एकादशी पर करें ये उपाय (Utpanna Ekadashi 2022 Remedies in Hindi)

  • शास्त्रों में बताया गया है कि उत्पन्ना एकादशी के दिन भगवान विष्णु जी के भक्तों को दक्षिणावर्ती शंख की पूजा निश्चित रूप से करनी चाहिए। इससे कई प्रकार के कष्टों से मुक्ति मिलती है।

  • इस दिन भगवान विष्णु को गंदे फूल की माला अर्पित करें। साथ ही उन्हें बेसन का हलवा और केसर वाली खीर भोग के रूप में चढाएं। भोग चढ़ाने से पहले उनमें तुलसी के पत्ते अवश्य डाल लें।

  • उत्पन्ना एकादशी के दिन दान-धर्म को विशेष माना गया है। इसलिए भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा के बाद पीले फल या अन्न और धन का दान करें।

  • एकादशी व्रत के दिन 'ॐ नमो भगवते वासुदेवाय' मंत्र जाप निरंतर करते रहें। साथ ही इस दिन शाम के समय माता तुलसी के सामने दीपक जलाएं व उनकी आरती करें और 11 बार परिक्रमा भी जरूर करें।

  • इस दिन भगवान विष्णु की पूजा के बाद पीपल के पेड़ की पूजा करने से भी व्यक्ति को विशेष लाभ मिलता है। साथ ही घर के मुख्य द्वार पर घी का दीपक भी अवश्य जलाएं।

  • डिसक्लेमर- इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।