Vaishakh Month 2024 Date: इस दिन से शुरू होगा वैशाख का माह, जानें इसका महत्व
हिंदू पंचांग के अनुसार नववर्ष का दूसरा महीना वैशाख होता है। इस माह में जगत के पालनहार भगवान विष्णु की पूजा करने का विधान है। मान्यता है कि इस माह में पूजा-पाठ करने से सभी कष्ट और दुःख दूर हो जाते हैं और भक्तों को आशीर्वाद प्राप्त होता है। चलिए जानते हैं इस बार वैशाख माह कब से शुरू हो रहा है और इसके महत्व के बारे में।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Vaishakh Month 2024 Date and Significance: हिंदू पंचांग के अनुसार, नववर्ष का दूसरा महीना वैशाख होता है। इस माह में जगत के पालनहार भगवान विष्णु की पूजा करने का विधान है। धार्मिक मान्यता है कि वैशाख माह में स्नान, दान, जप, तप इत्यादि करने से साधक को शुभ फल की प्राप्ति होती है। साथ ही जीवन की सभी परेशानियों से छुटकारा मिलता है। ऐसे में चलिए जानते हैं इस बार वैशाख माह कब से शुरू हो रहा है और इसके महत्व के बारे में।
वैशाख माह 2024 कब से हो रहा है शुरू? (Vaishakh Month 2024 Start Date)
हिंदू पंचांग के अनुसार, वैशाख माह के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि की शुरुआत 24 अप्रैल को सुबह 05 बजकर 18 से मिनट से होगी और इसका समापन 25 अप्रैल को सुबह 06 बजकर 46 मिनट पर होगा। वैशाख माह के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि का सूर्योदय 24 अप्रैल बुधवार को होगा। इसी दिन से वैशाख माह की शुरुआत होगी और इसका समापन 23 मई को होगा।
वैशाख माह का महत्व (Vaishakh Month Significance)वैशाख माह श्री हरि की पूजा के लिए समर्पित है। मान्यता है कि इस माह में स्नान-दान, जाप और तप करने से इंसान को सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है और जीवन के सभी दुख और संकट से छुटकारा मिलता है। ज्योतिष शास्त्र की मानें तो वैशाख पूर्णिमा के दिन चंद्र विशाखा नक्षत्र में होते हैं और इस नक्षत्र के स्वामी गुरु और देवता इंद्र हैं। इसलिए वैशाख माह में चंद्र देव की पूजा करने महत्वपूर्ण माना गया है।
इन चीजों का करें दान (Vaishakh Month Daan)
- इस माह में दान करने का विशेष महत्व है। वैशाख माह में भगवान सूर्य और विष्णु जी की पूजा करने के बाद तिल जल में प्रवाहित करने से लाभ मिलेगा।
- इसके अलावा आम का भी दान कर सकते हैं। मान्यता है कि ऐसा करने से साधक को शुभ फल की प्राप्ति होती है।
- वैशाख माह में सत्तू का भी दान कर सकते हैं। क्योंकि सत्तू का संबंध ग्रहों के राजा सूर्य और गुरुदेव बृहस्पति से माना गया है। वैशाख में सत्तू का दान करने से सूर्य और गुरुदेव बृहस्पति की स्थिति मजबूत होती है।