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Vaishakh Month 2024: कब से शुरू है वैशाख? इस माह जरूर करें ये काम

हिंदू नववर्ष के पहले महीने चैत्र मास (Vaishakh Month 2024) का समापन जल्द होने वाला है। इसके बाद दूसरे महीने यानी वैशाख माह की शुरुआत होगी। इस दौरान भगवान विष्णु की पूजा होती है। ऐसा कहा जाता है कि इस दौरान भगवान विष्णु की पूजा करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। इसके अलावा इस माह दान पुण्य करने का भी विशेष महत्व है।

By Vaishnavi Dwivedi Edited By: Vaishnavi Dwivedi Updated: Mon, 22 Apr 2024 09:20 AM (IST)
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Vaishakh Month 2024: कब से शुरू है वैशाख 2024?
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Vaishakh Month 2024: हिंदू नववर्ष के पहले महीने चैत्र के समाप्त होने के बाद दूसरे महीने वैशाख की शुरुआत होगी। धार्मिक दृष्टि से इस महीने को भी विशेष माना गया है। ऐसा कहा जाता है इसका सीधा संबंध विशाखा नक्षत्र से है, जिस कारण इसे वैशाख माह के नाम से जाना जाता है। यह भगवान श्री हरि विष्णु जी और परशुराम जी की पूजा के लिए समर्पित है।

पुराणों के अनुसार, इस मास में स्नान-दान करने से कई प्रकार के दुखों का निपटारा होता है, तो आइए जानते हैं यह कब शुरू होगा और इस दौरान क्या करना चाहिए?

कब से शुरू है वैशाख 2024?

हिंदू पंचांग के अनुसार, वैशाख मास के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि की शुरुआत 24 अप्रैल दिन बुधवार सुबह 05 बजकर 18 मिनट से होगी। यह तिथि​ उस दिन पू​र्ण रात्रि तक रहेगी। वहीं, इसका समापन 23 मई को होगा। जानकारी के लिए बता दें, वैशाख कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि 24 अप्रैल को होने की वजह से वैशाख माह की शुरुआत भी उस दिन से हो रही है।

वैशाख माह में जरूर करें दान

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, ऐसा कहा जाता है कि वैशाख मास में जल पात्र, कपड़े, आम, जलदान, सत्तू, पादुका, हवा के लिए पंखे, छाया व्यवस्था, अन्न और फल आदि का दान जरूर करना चाहिए। ऐसा करना बेहद कल्याणकारी माना जाता है। इसके साथ ही जीवन में खुशहाली आती है व अक्षय फलों की प्राप्ति होती है। वैशाख माह में गरीबों की मदद भी अवश्य करनी चाहिए।

वैशाख माह में करें इन मंत्रों का जाप

  • ऊँ माधवाय नमः
  • ॐ ह्रीं श्रीं लक्ष्मीवासुदेवाय नमः। इस मंत्र के जाप से आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।
  • ॐ क्लीं कृष्णाय नमः। इस मंत्र के जाप से संतान प्राप्ति के योग बनेंगे।
  • ॐ नमो नारायणाय इस मंत्र के जाप से हर मनोकामना पूरी होगी।
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डिसक्लेमर: इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।