Vaishakh Purnima 2024: वैशाख पूर्णिमा पर जरूर करें तुलसी से जुड़े ये उपाय, कृपा बरसाएंगी धन की देवी
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार तुलसी में धन की देवी लक्ष्मी का वास माना गया है। वहीं तुलसी को भगवान विष्णु का भी प्रिय माना गया है। ऐसे में यदि आप वैशाख पूर्णिमा के दिन तुलसी पर कुछ खास चीजें अर्पित करते हैं तो इससे साधक के जीवन में सुख-समृद्धि का वास बना रहता है। चलिए इस विषय में विस्तार से जानते हैं।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Vaishakh Purnima 2024 Date: हिंदू धर्म में वैशाख पूर्णिमा को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। इस तिथि पर बुद्ध पूर्णिमा का पर्व भी मनाया जाता है। भगवान बुद्ध के साथ-साथ वैशाख पूर्णिमा पर विष्णु जी और माता लक्ष्मी की भी पूजा-अर्चना की जाती है। ऐसे में यदि आप इस शुभ दिन पर तुलसी से जुड़े ये उपाय करते हैं, तो इससे आपको जीवन में शुभ परिणाम देखने को मिल सकते हैं।
पूर्णिमा शुभ मुहूर्त (Vaishakh Purnima 2024 Muhurat)
वैशाख माह की पूर्णिमा तिथि का शुभारंभ 22 मई 2024 को शाम 05 बजकर 17 मिनट पर हो रहा है। वहीं, इस तिथि का समापन 23 मई 2024 को शाम 05 बजकर 52 मिनट पर होगा। ऐसे में वैशाख पूर्णिमा 23 मई, गुरुवार के दिन मनाई जाएगी।
प्रसन्न होंगी तुलसी माता
वैशाख पूर्णिमा के दिन तुलसी माता को लाल चुनरी और शृंगार की सामग्री जरूर अर्पित करनी चाहिए। ऐसा करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और साधक को धन-धान्य से परिपूर्ण जीवन का आशीर्वाद देती हैं।खुलेंगे धन आगमन के रास्ते
वैशाख पूर्णिमा के दिन एक पीले रंग के धागे में 108 गांठ लगाएं और इसके बाद इसे तुलसी के गमले पर बांध दें। इसके साथ ही अपनी मनोकामना पूर्ति के लिए तुलसी माता से प्रार्थना करें। इस उपाय को करने से धन आगमन के रास्ते खुलने लगते हैं।यह भी पढ़ें - Vaishakh Purnima 2024: इन तीन योग से बन रही है वैशाख पूर्णिमा और भी खास, जरूर करें इस दौरान स्नान-दान
जरूर करें ये काम
वैशाख पूर्णिमा पर तुलसी में लाल रंग का कलावा जरूर बांधें। माना जाता है कि ऐसा करने से साधक को जीवन में सकारात्मक परिणाम देखने को मिल सकते हैं। इसके साथ ही वैशाख पूर्णिमा के दिन तुलसी में कच्चा दूध अर्पित करें और तुलसी माता के समक्ष एक का दीपक जलाएं। इससे माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है।अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।