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Vaishakh Purnima 2024: इस मुहूर्त में करें भगवान विष्णु की पूजा, घर में सुख- समृद्धि का होगा आगमन

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार वैशाख पूर्णिमा (Vaishakh Purnima) को भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा के लिए विशेष माना जाता है। इस दिन पूजा करने से दुख और दरिद्रता दूर होती है। शुभ अवसर पर पूर्णिमा पर गंगा स्नान और दान-पुण्य करने का भी विधान है। आइए जानते हैं वैशाख पूर्णिमा की डेट शुभ मुहूर्त और पूजा विधि के बारे में।

By Kaushik Sharma Edited By: Kaushik Sharma Updated: Wed, 22 May 2024 09:00 PM (IST)
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Vaishakh Purnima 2024: इस मुहूर्त में करें भगवान विष्णु की पूजा, घर में सुख- समृद्धि का होगा आगमन

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Vaishakh Purnima 2024 Shubh Muhurat: हिंदू धर्म में पूर्णिमा तिथि का अहम महत्व है। इस बार वैशाख पूर्णिमा 23 मई 2024 को है। इस दिन भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की विधिपूर्वक पूजा की जाती है। साथ ही शुभ फल की प्राप्ति के लिए व्रत भी किया जाता है। मान्यता है कि प्रभु की पूजा करने से घर में सुख- समृद्धि का आगमन होता है और भगवान विष्णु की कृपा बनी रहती है। पूर्णिमा पर गंगा स्नान और दान-पुण्य करने का भी विधान है। 

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वैशाख पूर्णिमा 2024 डेट और शुभ मुहूर्त (Vaishakh Purnima 2024 Date and Shubh Muhurat)

पंचांग के अनुसार, वैशाख पूर्णिमा की तिथि की शुरुआत 22 मई को बुधवार को शाम 06 बजकर 47 मिनट पर हो गई है। वहीं, इस तिथि का समापन अगले दिन यानी 23 मई को शाम 07 बजकर 22 मिनट पर होगा। सनातन धर्म में उदया तिथि का अधिक महत्व है। ऐसे में वैशाख पूर्णिमा 23 मई को मनाई जाएगी।

वैशाख पूर्णिमा पूजा विधि (Vaishakh Purnima Puja Vidhi)

  • वैशाख पूर्णिमा के दिन सुबह जल्दी उठें और दिन की शुरुआत देवी-देवता के ध्यान से करें।
  • इसके बाद स्नान कर साफ वस्त्र धारण करें।
  • मंदिर की सफाई करें।
  • चौकी पर भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की प्रतिमा विराजमान करें।
  • भगवान के समक्ष व्रत का संकल्प लें।
  • चंदन का तिलक लगाएं।
  • भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी की आरती करें।
  • प्रभु के मंत्रों का जाप करें।
  • फल और मिठाई का भोग लगाएं।
  • अंत में प्रसाद वितरण करें।

इन मंत्रों का करें जाप

शान्ताकारम् भुजगशयनम् पद्मनाभम् सुरेशम्

विश्वाधारम् गगनसदृशम् मेघवर्णम् शुभाङ्गम्।

लक्ष्मीकान्तम् कमलनयनम् योगिभिर्ध्यानगम्यम्

वन्दे विष्णुम् भवभयहरम् सर्वलोकैकनाथम्॥

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अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।