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Vat Savitri Vrat 2024: वट सावित्री व्रत पर क्या खाना चाहिए क्या नहीं, यहां जाने सही नियम

ज्येष्ठ महीने की अमावस्या तिथि पर वट सावित्री व्रत किया जाता है। ऐसे में इस बार यह व्रत 6 जून गुरुवार के दिन किया जाएगा। यह व्रत मुख्य रूप से सुहागिन महिलाओं द्वारा किया जाता है। इस व्रत में वट वृक्ष की पूजा के दौरान उसके चारों तरफ सात बार कच्चा धागा लपेटा जाता है और परिक्रमा की जाती है।

By Suman Saini Edited By: Suman Saini Updated: Wed, 05 Jun 2024 04:54 PM (IST)
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Vat Savitri Vrat 2024 वट सावित्री व्रत पर क्या खाना चाहिए क्या नहीं (Picture Credit: Insta/artisangrah)
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। माना जाता है कि वट सावित्री व्रत करने से न केवल पति को दीर्घायु की प्राप्ति होती है, बल्कि इसे घर में सुख-समृद्धि भी बनी रहती है। इस दिन पर विशेष रूप से वट वृक्ष यानी बरगद के पेड़ की पूजा की जाती है। ऐसे में यदि आप वट सावित्री व्रत रख रहे हैं, तो इन चीजों का सेवन किया जा सकता है।

वट सावित्री व्रत शुभ मुहूर्त

ज्येष्ठ महीने की अमावस्या तिथि 05 जून, 2024 को शाम 06 बजकर 24 मिनट पर शुरू हो रही है। साथ ही इस तिथि का समापन 06 जून को दोपहर 04 बजकर 37 मिनट पर होगा। ऐसे में हिंदू पंचांग के अनुसार, वट सावित्री व्रत 06 जून गुरुवार के दिन किया जाएगा।

खा सकते हैं ये चीजें

व्रत वाले दिन सुहागिन महिलाएं सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करने के बाद व्रत का प्रसाद बनाती हैं। इस दौरान भोग में चढ़ाने और पारण के लिए कई तरह के पकवान तैयार किए जाते हैं। व्रत में सिंघाड़े के आटे बने पकवान के साथ-साथ गुड़ और आटे से बना पकवान भी खाया जाता है। कुछ महिलाएं इस दिन सिर्फ फलाहार करती हैं और कई जगहों पर मीठी पूरियां भी खाई जाती हैं। वट सावित्री व्रत में आम के मुरब्बा भी खाया जा सकता है। साथ ही आप इस दिन चना, पूरी और पूए का भोग लगाकर प्रसाद के रूप में इसे ग्रहण कर सकते हैं।

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भूल से भी न खाएं ये चीजें

वट सावित्री व्रत के दिन तामसिक भोजन से दूरी बनाकर रखनी चाहिए, अन्यथा आपको पूजा का पूर्ण फल प्राप्त नहीं होता। इस बात का ध्यान रखें कि व्रत करने वाली महिला के घर में भी तामसिक चीजें न बनें। ऐसा करने से देव नाराज हो सकते हैं। इस दिन पर चावल और दाल से बनी चीजों का भी सेवन नहीं करना चाहिए।

अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।