Vijaya Ekadashi 2024: विजया एकादशी पर लगाएं भगवान विष्णु को इन चीजों का भोग, घर आएंगी माता लक्ष्मी
विजया एकादशी (Vijaya Ekadashi 2024) का पर्व बेहद शुभ माना गया है। इस साल यह 6 मार्च को मनाया जाएगा। ऐसा कहा जाता है कि जो भक्त इस व्रत को रखते हैं उन्हें अपने शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है। साथ ही जीवन का हर संकट दूर होता है। वहीं आज हम भगवान विष्णु के प्रिय भोग के बारे में बात करेंगे जो इस प्रकार हैं -
By Vaishnavi DwivediEdited By: Vaishnavi DwivediUpdated: Fri, 01 Mar 2024 02:43 PM (IST)
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Vijaya Ekadashi 2024: हिंदू धर्म में विजया एकादशी का व्रत बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। यह व्रत भगवान विष्णु की पूजा के लिए समर्पित है। इस साल यह व्रत 6 मार्च को रखा जाएगा। इस व्रत का पद्म पुराण और स्कन्द पुराण में भी वर्णन मिलता है। ऐसी मान्यता है कि जो जातक इस व्रत को रखते हैं उन्हें अपने शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है।
वहीं, जो लोग विष्णु जी की कृपा प्राप्त करना चाहते हैं, उन्हें इस दिन भगवान को कुछ विशेष भोग अर्पित करना चाहिए। तो आइए उन भोग के बारे में जानते हैं -
भगवान विष्णु को लगाएं इन चीजों का भोग
पंचामृत का भोग
विजया एकादशी के दिन भगवान विष्णु को पंचामृत का भोग लगाएं। यह भोग उन्हें अति प्रिय है। इसे चढ़ाने से सौभाग्य में वृद्धि होती है और जीवन में चल रही मुश्किलों का अंत होता है। ऐसे में विजया एकादशी के दिन पंचामृत का भोग अवश्य लगाएं।
केले का भोगविजया एकादशी के दिन भगवान विष्णु को केले का भोग जरूर लगाएं। यह फल उन्हें बहुत प्रिय है। ऐसा माना जाता है, जो लोग धन की मुश्किलों से जूझ रहे हैं उन्हें श्री हरि को यह फल अवश्य चढ़ाना चाहिए। इससे कुंडली से गुरु दोष का प्रभाव भी समाप्त होता है।
केसर की खीर का भोगभगवान विष्णु को विजया एकादशी के दिन केसर की खीर का भोग लगाना शुभ माना जाता है। ध्यान रहे कि खीर बिना चावल की हो, क्योंकि एकादशी के दिन चावल खाना वर्जित है। ऐसे में चावल की जगह मखाने या मेवे को शामिल किया जा सकता है। धनिया की पंजीरी का भोगधनिया की पंजीरी का भोग भगवान कृष्ण के साथ श्री हरि को भी बहुत पसंद है। ऐसे में जो साधक विजया एकादशी के दिन विष्णु जी की पूर्ण कृपा पाना चाहते हैं, उन्हें धनिया की पंजीरी का भोग अवश्य चढ़ाना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि इसके बिना भगवान विष्णु की पूजा अधूरी होती है।
यह भी पढ़ें: Yashoda Jayanti 2024: आज मनाई जा रही है यशोदा जयंती, यहां जानिए पूजन नियमडिस्क्लेमर-'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना में निहित सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्म ग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारी आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना के तहत ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'