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Vinayak Chaturthi 2024: विनायक चतुर्थी पर रवि योग समेत बन रहे हैं ये 4 शुभ संयोग, पूरी होगी मनचाही मुराद

ज्योतिषियों की मानें तो मकर संक्रांति से एक दिन पूर्व लोहड़ी पर्व मनाया जाता है। इस वर्ष 15 जनवरी को सूर्य देव मकर राशि में प्रवेश करेंगे। अतः 15 जनवरी को मकर संक्रांति और 14 जनवरी को लोहड़ी है। लोहड़ी के दिन ही विनायक चतुर्थी मनाई जाएगी। इस दिन भगवान गणेश की पूजा-अर्चना की जाती है। साथ ही शुभ कार्यों में सिद्धि प्राप्ति हेतु व्रत रखा जाता है।

By Pravin KumarEdited By: Pravin KumarUpdated: Tue, 09 Jan 2024 05:31 PM (IST)
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Vinayak Chaturthi 2024: विनायक चतुर्थी पर रवि योग समेत बन रहे हैं ये 4 शुभ संयोग, पूरी होगी मनचाही मुराद

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Vinayak Chaturthi 2024: हर महीने शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को विनायक चतुर्थी मनाई जाती है। इस प्रकार पौष महीने की विनायक चतुर्थी 14 जनवरी को मनाई जाएगी। इस दिन लोहड़ी भी है। ज्योतिषियों की मानें तो मकर संक्रांति से एक दिन पूर्व लोहड़ी पर्व मनाया जाता है। इस वर्ष 15 जनवरी को सूर्य देव मकर राशि में प्रवेश करेंगे। अतः 15 जनवरी को मकर संक्रांति और 14 जनवरी को लोहड़ी है। लोहड़ी के दिन ही विनायक चतुर्थी मनाई जाएगी। इस दिन भगवान गणेश की पूजा-अर्चना की जाती है। साथ ही शुभ कार्यों में सिद्धि प्राप्ति हेतु व्रत रखा जाता है। इस व्रत के पुण्य प्रताप से सुख, सौभाग्य और आय में वृद्धि होती है। वहीं, दरिद्रता दूर होती है। ज्योतिषियों की मानें तो विनायक चतुर्थी तिथि पर रवि योग समेत कई शुभ योग बन रहे हैं। आइए, शुभ मुहूर्त एवं योग जानते हैं-

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शुभ मुहूर्त

ज्योतिषीय गणना के अनुसार, पौष माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि 14 जनवरी को सुबह 07 बजकर 59 मिनट पर शुरू होगी और 15 जनवरी को सुबह 04 बजकर 59 मिनट पर समाप्त होगी। उदया तिथि पर तिथि शुरू होने के चलते 14 जनवरी को विनायक चतुर्थी मनाई जाएगी।

शुभ योग

विनायक चतुर्थी तिथि पर सबसे पहले वरीयान योग का निर्माण हो रहा है। इस योग का निर्माण 15 जनवरी (अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार) को देर रात 02 बजकर 40 मिनट से हो रहा है। इस योग का निर्माण 15 जनवरी को देर रात 11 बजकर 11 मिनट तक है। वहीं, रवि योग का निर्माण सुबह 10 बजकर 22 मिनट से हो रहा है। रवि योग का समापन 15 जनवरी को सुबह 07 बजकर 15 मिनट पर होगा। इसके अलावा, विनायक चतुर्थी तिथि पर गर और वणिज करण का भी योग बन रहा है। इन योग में भगवान गणेश की पूजा करने से साधक की सभी मनोकामनाएं यथाशीघ्र पूर्ण होंगी। साथ ही घर में सुख-समृद्धि और खुशहाली आएगी।

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डिसक्लेमर: इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।