Vinayak Chaturthi 2024: इस दिन मनाई जाएगी साल की पहली चतुर्थी, जानें इसका धार्मिक महत्व और पूजा के नियम
Vinayak Chaturthi 2024 14 जनवरी को विनायक चतुर्थी का व्रत रखा जाएगा। भगवान शिव और माता पार्वती के प्रिय पुत्र भगवान गणेश प्रथम पूजनीय माने गए हैं। उन्हें बुद्धि विवेक और नई शुरुआत के देवता के रूप में पूजा जाता है। भगवान गणेश को विघ्नहर्ता भी माना जाता है और भक्त किसी भी महत्वपूर्ण कार्य को शुरू करने से पहले उनका आशीर्वाद लेते हैं।
By Vaishnavi DwivediEdited By: Vaishnavi DwivediUpdated: Sun, 07 Jan 2024 09:50 AM (IST)
धर्म डेस्क,नई दिल्ली।Vinayak Chaturthi 2024: सनातन धर्म में विनायक चतुर्थी का खास महत्व है। यह व्रत भगवान गणेश की पूजा के लिए समर्पित है। 14 जनवरी को साल 2024 की पहली चतुर्थी मनाई जाएगी, जो जातक इस शुभ दिन पर व्रत रखते हैं उन्हें ज्ञान, समृद्धि और सौभाग्य का वरदान मिलता है। ऐसे में हर किसी को इस दिन का उपवास रखना चाहिए। साथ ही बप्पा की सच्चे दिल से पूजा-अर्चना करनी चाहिए।
विनायक चतुर्थी का महत्व
भगवान शिव और माता पार्वती के प्रिय पुत्र भगवान गणेश प्रथम पूजनीय माने गए हैं। उन्हें बुद्धि, विवेक और नई शुरुआत के देवता के रूप में पूजा जाता है। भगवान गणेश को विघ्नहर्ता भी माना जाता है और भक्त किसी भी महत्वपूर्ण कार्य को शुरू करने से पहले उनका आशीर्वाद लेते हैं। वहीं जो लोग समृद्ध जीवन और दिव्य कृपा की कामना रखते हैं उन्हें चतुर्थी का उपवास अवश्य करना चाहिए।विनायक चतुर्थी पूजा नियम
- सुबह जल्दी उठकर स्नान करें।
- घर के मंदिर को साफ करें और साफ कपड़े पहनें।
- एक लकड़ी की चौकी पर बप्पा की प्रतिमा स्थापित करें।
- देसी गाय के घी का दीया जलाएं और पीले रंग के फूलों की माला अर्पित करें।
- पीले सिंदूर का तिलक लगाएं।
- घर में बनी मिठाई, पंचामृत, मोदक अर्पित करें।
- ॐ श्री गणेशाय नम: का 108 बार जाप करें।
- अंत में भगवान गणेश की आरती करें।
- भगवान गणेश का आशीर्वाद पाने के लिए शाम को भी उनकी विशेष पूजा करें।
- सभी पूजा अनुष्ठानों को पूरा करने के बाद, अपना व्रत खोलें।
- पारण के लिए सात्विक भोजन ही ग्रहण करें।
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