Vinayak Chaturthi 2024: फरवरी माह में कब मनाई जाएगी विनायक चतुर्थी? जानें इसकी तिथि, पूजा विधि और महत्व
विनायक चतुर्थी का पर्व बहुत महत्वपूर्ण माना गया है। इस माह यह 13 फरवरी 2024 दिन मंगलवार को मनाया जाएगा। इस शुभ दिन पर भगवान गणपति की पूजा का विधान है जो भक्त इस दिन विघ्नहर्ता (Vinayak Chaturthi 2024) की पूजा सच्चे भाव के साथ करते हैं उन्हें जीवन की सभी बाधाओं से मुक्ति मिलती है। तो आइए इस व्रत से जुड़ी महत्वपूर्ण बातों को जानते हैं -
By Vaishnavi DwivediEdited By: Vaishnavi DwivediUpdated: Thu, 08 Feb 2024 02:59 PM (IST)
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Vinayak Chaturthi 2023: गणेश चतुर्थी, जिसे विनायक चतुर्थी के नाम से भी जाना जाता है। यह हिंदू धर्म के सबसे प्रसिद्ध पर्वों में से एक है, जो भगवान गणेश (Lord Ganesh Puja Significance) के जन्म का प्रतीक है। इस दिन भक्त भगवान गणेश के लिए उपवास रखते हैं और उनसे ज्ञान, समृद्धि और सौभाग्य की कामना करते हैं। इस माह यह व्रत 13 फरवरी, 2024 दिन मंगलवार को मनाया जाएगा।
विनायक चतुर्थी का महत्व
हिंदू धर्म में विनायक चतुर्थी का विशेष महत्व है। यह दिन पूरी तरह से भगवान गणेश की पूजा के लिए समर्पित है। भगवान गणपति को विघ्नहर्ता के नाम से भी जाना जाता है, जो अपने भक्तों के जीवन की सभी बाधाओं को दूर करते हैं। अगर कभी भी आपको ऐसा लगता है कि आप कहीं फंस गए हैं और आपको उस स्थिति से बाहर निकलने का कोई रास्ता नहीं मिल रहा है तो आपको बप्पा की पूजा (Vinayak Chaturthi Puja) अवश्य करनी चाहिए और उनका आशीर्वाद लेना चाहिए। ऐसा करने से सांसारिक सुखों और अक्षय फल की प्राप्ति होती है।यह भी पढ़ें: Basant Panchami 2024: इन कारणों से विद्यार्थियों के लिए बेहद खास है बसंत पंचमी का पर्व ? जानिए इसका इतिहास
विनायक चतुर्थी पूजा विधि
- सुबह जल्दी उठकर पवित्र स्नान करें।
- एक लकड़ी की चौकी पर भगवान गणेश की प्रतिमा स्थापित करें।
- सिंदूर का तिलक लगाएं।
- दूर्वा, पीला फूल अर्पित करें।
- भगवान गणेश के समक्ष देसी घी का दीपक जलाएं।
- मोदक और बूंदी के लड्डू का भोग लगाएं।
- विनायक कथा का पाठ करें और भगवान गणेश के मंत्रों का जाप करें।
- पूजा पूरी होने के बाद भक्तिभाव के साथ आरती करें।
- चंद्रमा को जल चढ़ाने के बाद अपना व्रत खोलें।
- व्रत का पारण सात्विक भोजन से करें।
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