Weekly Vrat Tyohar 12 To 19 August 2024: पुत्रदा एकादशी से लेकर रक्षाबंधन तक, देखें तीसरे सप्ताह के पर्व और व्रत की डेट
पंचांग के अनुसार अगस्त का तीसरा सप्ताह (Weekly Vrat Tyohar) यानी 12 अगस्त से 19 अगस्त तक कई अहम व्रत और पर्व बेहद उत्साह के साथ मनाए जाएंगे। सप्ताह के अंत में रक्षाबंधन का त्योहार है। इस पर्व का भाई और बहन बेसब्री से इंतजार करते हैं। आइए लेख में हम आपको बताएंगे कि अगस्त के तीसरे सप्ताह में कौन-कौन से त्योहार हैं?
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Weekly Vrat Tyohar 12 August To 19 August 2024: सावन के महीने में देशभर में उत्सव जैसा माहौल देखने को मिलता है। भगवान शिव समर्पित सावन का महीना बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। धार्मिक दृष्टि से अगस्त का तीसरा सप्ताह बेहद खास माना जा रहा है। क्योंकि इस सप्ताह में सावन का चौथा सोमवार व्रत, मंगला गौरी व्रत, सावन दुर्गाष्टमी और पुत्रदा एकादशी (Putrada Ekadashi 2024) समेत कई व्रत और पर्व पड़ रहें हैं। इसके अलावा, कई अन्य प्रमुख त्योहार भी मनाए जाएंगे। ऐसे में चलिए जानते हैं इस सप्ताह में पड़ने वाले सभी व्रत और त्योहारों की डेट और शुभ मुहूर्त के बारे में।
सावन के चौथे सोमवार 2024 की डेट और शुभ मुहूर्त (Fourth Sawan Somwar 2024 Date and Shubh Muhurat)
सावन का चौथा सोमवार व्रत शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि पर किया जाएगा। सप्तमी तिथि 12 अगस्त को है। पंचांग के अनुसार, इस दिन ब्रह्म मुहूर्त सुबह 04 बजकर 23 मिनट से लेकर 05 बजकर 06 मिनट तक रहेगा। वहीं, अभिजीत मुहूर्त सुबह 11 बजकर 59 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 52 मिनट तक रहेगा।यह भी पढ़ें: Sawan Putrada Ekadashi 2024: पुत्रदा एकादशी पर करें भगवान विष्णु के नामों का मंत्र जप, दूर हो जाएंगे सभी कष्ट
मंगला गौरी व्रत 2024 शुभ मुहूर्त (Mangla Gauri Vrat 2024 Date and Shubh Muhurat)
पंचांग के अनुसार, चौथा मंगला गौरी व्रत 13 अगस्त को किया जाएगा। सावन माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि पर चौथा मंगला गौरी व्रत पड़ रहा। इस दिन ब्रह्म मुहूर्त सुबह 04 बजकर 23 मिनट से लेकर 05 बजकर 06 मिनट तक रहेगा। वहीं,अभिजीत मुहूर्त सुबह 11 बजकर 59 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 52 मिनट तक है।सावन दुर्गाष्टमी 2024 डेट और शुभ मुहूर्त (Sawan Durgashtami 2024 Date and Shubh Muhurat)
ज्योतिषियों की मानें तो सावन माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि 12 अगस्त को भारतीय समयानुसार सुबह 07 बजकर 56 मिनट पर शुरू होगी। वहीं, अष्टमी तिथि का समापन 13 अगस्त को सुबह 09 बजकर 31 मिनट पर होगा। अत: 13 अगस्त को सावन माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी है।पुत्रदा एकादशी 2024 डेट और शुभ मुहूर्त (Putrada Ekadashi 2024 Date Shubh Muhurat)
सावन माह की शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि 15 अगस्त को सुबह 10 बजकर 26 मिनट पर प्रारंभ हो रही है। वहीं, यह तिथि 16 अगस्त को सुबह 09 बजकर 39 मिनट तक रहने वाली है। ऐसे में सावन माह में पुत्रदा एकादशी का व्रत शुक्रवार, 16 अगस्त 2024 को किया जाएगा।वरलक्ष्मी व्रत 2024 डेट और शुभ मुहूर्त (Varalakshmi Vrat 2024 Date and shubh muhurat)
पंचांग के अनुसार, सावन का अंतिम शुक्रवार 16 अगस्त को है। इसी दिन वरलक्ष्मी व्रत किया जाएगा।सिंह लग्न पूजा मुहूर्त- सुबह 05 बजकर 57 मिनट से लेकर 08 बजकर 14 मिनट तक। वृश्चिक लग्न पूजा मुहूर्त- दोपहर 12 बजकर 50 मिनट से लेकर दोपहर 03 बजकर 08 मिनट तक।कुंभ लग्न पूजा मुहूर्त- शाम 06 बजकर 55 मिनट से लेकर रात 08 बजकर 22 मिनट तक।वृषभ लग्न पूजा मुहूर्त-रात 11 बजकर 22 मिनट से लेकर मध्य रात्रि 01 बजकर 18 मिनट तक।शनि प्रदोष व्रत 2024 डेट और शुभ मुहूर्त (Shani Pradosh Vrat 2024 Date and Shubh Muhurat)
पंचांग के अनुसार, सावन माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि 17 अगस्त को सुबह 08 बजकर 05 मिनट पर शुरू होगी। वहीं, समापन 18 अगस्त को सुबह 05 बजकर 51 मिनट पर होगा। त्रयोदशी तिथि पर प्रदोष काल में भगवान शिव की पूजा की जाती है। अतः 17 अगस्त को शनि प्रदोष व्रत मनाया जाएगा। इस दिन प्रदोष काल यानी पूजा का समय संध्याकाल 06 बजकर 58 मिनट से लेकर रात 09 बजकर 11 मिनट तक है।रक्षाबंधन 2024 डेट और शुभ मुहूर्त (Raksha Bandhan 2024 Date and Shubh Muhurat)
वैदिक पंचांग के अनुसार, सावन माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि 19 अगस्त को देर रात 03 बजकर 43 मिनट तक है। इसके बाद पूर्णिमा तिथि शुरू होगी। आसान शब्दों में कहें तो अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार सावन पूर्णिमा तिथि 19 अगस्त को देर रात 03 बजकर 43 मिनट पर शुरू होगी। वहीं, इस तिथि का समापन 19 अगस्त को रात 11 बजकर 55 मिनट पर होगा। ऐसे में 19 अगस्त को रक्षाबंधन का पर्व मनाया जाएगा। यह भी पढ़ें: Sawan Somwar 2024: सावन के चौथे सोमवार पर करें भगवान शिव का राशि अनुसार अभिषेक, चमक जाएगी आपकी किस्मतअस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।