Weekly Vrat Tyohar 13 May To 20 May 2024: गंगा सप्तमी से लेकर मोहिनी एकादशी तक, पढ़िए व्रत-त्योहार की सूची
हर वर्ष वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को गंगा सप्तमी मनाई जाती है। अतः 14 मई को गंगा सप्तमी मनाई जाएगी। इस दिन पवित्र गंगा नदी में स्नान-ध्यान किया जाता है। इसके बाद मां गंगा की पूजा-अर्चना की जाती है। इस दिन सूर्य देव मेष राशि से निकलकर वृषभ राशि में गोचर करेंगे। अतः 14 मई को वृषभ संक्रांति भी मनाई जाएगी।
By Pravin KumarEdited By: Pravin KumarUpdated: Sun, 12 May 2024 04:19 PM (IST)
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Weekly Vrat Tyohar 13 May To 20 May 2024: सनातन धर्म में मई का महीना बेहद खास होता है। इस महीने में कई बड़े महापुरुषों की जयंती मनाई जाती है। साथ ही प्रमुख व्रत-त्योहार भी मनाए जाते हैं। ज्योतिष गणना के अनुसार, वर्तमान समय में वैशाख का महीना चल रहा है। वैशाख माह के शुक्ल पक्ष में मोहिनी एकादशी से लेकर बुद्ध पूर्णिमा जैसे बड़े व्रत-त्योहार मनाए जाते हैं। आइए, इस सप्ताह में पड़ने वाले सभी व्रत और त्योहारों के बारे में जानते हैं-
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प्रमुख व्रत-त्योहार
- 13 मई को स्कन्द षष्ठी है। यह दिन जगत जननी आदिशक्ति मां पार्वती को समर्पित होता है। इस दिन मां स्कन्द और भगवान कार्तिकेय की पूजा की जाती है।
- हर वर्ष वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को गंगा सप्तमी मनाई जाती है। अतः 14 मई को गंगा सप्तमी मनाई जाएगी। इस दिन पवित्र गंगा नदी में स्नान-ध्यान किया जाता है। इसके बाद मां गंगा की पूजा-अर्चना की जाती है।
- ज्योतिषियों की मानें तो 14 मई को वृषभ संक्रांति है। इस दिन सूर्य देव मेष राशि से निकलकर वृषभ राशि में गोचर करेंगे। अतः 14 मई को वृषभ संक्रांति मनाई जाएगी। इस दिन पूजा, जप-तप और दान-पुण्य किया जाता है।
- 15 मई को मासिक दुर्गाष्टमी और बगलामुखी जयंती है। इस दिन मां बगलामुखी की पूजा-उपासना की जाती है।
- इस वर्ष 16 मई को सीता नवमी है। यह पर्व हर वर्ष वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन जगत जननी मां जानकी की पूजा की जाती है।
- 19 मई को मोहिनी एकादशी और परशुराम द्वादशी है। यह दिन भगवान विष्णु को समर्पित होता है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। साथ ही उनके निमित्त एकादशी व्रत रखा जाता है।
- 20 मई को प्रदोष व्रत है। यह दिन भगवान शिव को समर्पित होता है। इस दिन भगवान शिव संग मां पार्वती की पूजा की जाती है। प्रदोष व्रत करने से साधक को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है।
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