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Weekly Vrat Tyohar 15 Nov To 21 Nov 2023: लाभ पंचमी से लेकर छठ पूजा तक, पढ़िए साप्ताहिक व्रत-त्योहार की सूची

Weekly Vrat Tyohar 15 Nov To 21 Nov 2023 17 नवंबर को छठ पूजा की शुरुआत होगी। इस दिन नहाय खाय है। इस शुभ अवसर पर व्रती स्नान-ध्यान कर सूर्य देव की पूजा करती हैं। इसके पश्चात भोजन ग्रहण करती हैं। भोजन में चावल दाल और लौकी की सब्जी ग्रहण करती हैं। अतः इसे स्थानीय भाषा में नहाय खाय कहा जाता है।

By Pravin KumarEdited By: Pravin KumarUpdated: Tue, 14 Nov 2023 12:09 PM (IST)
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Weekly Vrat Tyohar 15 Nov To 21 Nov 2023: पढ़िए साप्ताहिक व्रत-त्योहार की सूची

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Weekly Vrat Tyohar 15 November To 21 November 2023: कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष में कई प्रमुख-त्योहार मनाए जाते हैं। इसकी शुरुआत गोवर्धन पूजा और भाई दूज से हो चुकी है। इस पक्ष में गोवर्धन पूजा से लेकर तुलसी विवाह जैसे बड़े त्योहार हैं। इसके अलावा, लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा भी है। बिहार और उत्तर प्रदेश के पूर्वी क्षेत्रों में छठ पूजा मनाई जाती है। चार दिवसीय छठ पूजा की शुरुआत नहाय खाय के दिन होती है। इस पर्व का समापन उगते सूर्य देव को अर्घ्य देने के पश्चात होता है। आइए, इस सप्ताह में पड़ने वाले सभी व्रत और त्योहारों के बारे में जानते हैं।

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  • 16 नवंबर को कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की विनायक चतुर्थी है। इस दिन देवों के देव महादेव के पुत्र भगवान गणेश की पूजा-उपासना की जाती है। साथ ही उनके निमित्त व्रत उपवास रखा जाता है।
  • 17 नवंबर को वृश्चिक संक्रान्ति है। इस दिन सूर्य देव तुला राशि से निकलकर वृश्चिक राशि में गोचर करेंगे। सनातन धर्म में संक्रांति तिथि पर गंगा स्नान, पूजा, जप, तप और दान करने का विधान है।
  • 17 नवंबर को छठ पूजा की शुरुआत होगी। इस दिन नहाय खाय है। इस शुभ अवसर पर व्रती स्नान-ध्यान कर पूजा करती हैं। इसके पश्चात, भोजन ग्रहण करती हैं। भोजन में चावल दाल और लौकी की सब्जी ग्रहण करती हैं। अतः इसे स्थानीय भाषा में नहाय खाय कहा जाता है।
  • 18 नवंबर को लाभ पञ्चमी और स्कन्द षष्ठी है। हर महीने कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की षष्ठी को स्कन्द षष्ठी मनाई जाती है। इस दिन खरना भी है। छठ पूजा के दूसरे दिन व्रती दिन भर उपवास रखती हैं। संध्याकाल में स्नान-ध्यान कर पूजा करने के पश्चात भोजन ग्रहण करती हैं।
  • 19 नवंबर को छठ पूजा है। इस दिन संध्याकाल में सूर्य देव को जल का अर्घ्य दिया जाएगा। आसान शब्दों में कहें तो डूबते सूरज को अर्घ्य दिया जाएगा। इस दिन भानु सप्तमी भी है।
  • 20 नवंबर को गोपाष्टमी और मासिक दुर्गाष्टमी है। इस दिन प्रातः काल में उगते सूर्य देव को अर्घ्य दिया जाएगा। इसके साथ ही छठ पूजा का समापन हो जाता है।
  • 21 नवंबर को अक्षय नवमी एवं जगद्धात्री पूजा है। हर वर्ष कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को अक्षय नवमी मनाई जाती है। इस दिन साधक जगत के पालनहार भगवान विष्णु की पूजा की जाती है।

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