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Weekly Vrat Tyohar 19 To 25 December 2022: कब है सफला एकादशी, प्रदोष व्रत? जानिए इस सप्ताह के व्रत त्योहार

Weekly Vrat Tyohar 19 To 25 December 2022 दिसंबर माह का चौथे सप्ताह में सफला एकादशी के साथ कई व्रत त्योहार पड़ रहे हैं। इस सप्ताह ही क्रिसमस भी पड़ रहा है। जानिए इस सप्ताह पड़ने वाले व्रत त्योहारों के बारे में।

By Shivani SinghEdited By: Updated: Sun, 18 Dec 2022 08:00 AM (IST)
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Weekly Vrat Tyohar 19 To 25 December 2022: दिसंबर के चौथे सप्ताह के व्रत त्योहार
नई दिल्ली, Weekly Vrat Tyohar 19 To 25 December 2022: पौष मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि के साथ दिसंबर माह के चौथे सप्ताह की शुरुआत हो रही है। दिसंबर माह का ये सप्ताह काफी खास है क्योंकि इस सप्ताह सफला एकादशी, प्रदोष व्रत, मासिक शिवरात्रि, तमिल  हनुमान जयंती, पौष अमावस्या के साथ कई व्रत त्योहार पड़ रहे हैँ। जानिए दिसंबर माह के चौथे सप्ताह के व्रत त्योहार।

दिसंबर 2022 के चौथे सप्ताह के व्रत त्योहार

19 दिसंबर 2022, सोमवार- सफला एकादशी

पौष मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को सफला एकादशी के नाम से जानते हैं। भगवान विष्णु को समर्पित इस व्रत में पूजा करने से सभी फलों की प्राप्ति होती है। इस दिन श्री हरि की पूजा करने के साथ व्रत रखने का विधान है।

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21 दिसंबर 2022, बुधवार- प्रदोष व्रत, मासिक शिवरात्रि

बुध प्रदोष व्रत

साल का आखिरी प्रदोष व्रत बुधवार को पड़ रहा है। बुधवार को पड़ने के कारण इसे बुध प्रदोष व्रत के नाम से जानते हैं। इस दिन भगवान शिव की विधिवत पूजा करने का विधान है। पौष मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत रखा जाता है। माना जाता है कि इस दिन व्रत रखने से सभी प्रकार के दोषों से मुक्ति मिल जाती है और हर संकट दूर हो जाते हैं।

पौष मासिक शिवरात्रि

हर मास की चतुर्थी तिथि को मासिक शिवरात्रि का व्रत रखा जाता है। पौष मास के कृष्ण पक्ष क चतुर्थी तिथि को मासिक शिवरात्रि का व्रत रखा जाता है। इस दिन भगवान शिव के साथ माता पार्वती की पूजा करने का विधान है। इस दिन दिनभर रखने के बाद निशिता काल में पूजा करने का विधान है। पंचांग के अनुसार, 21 दिसंबर को मासिक शिवरात्रि पूजा का समय रात 11 बजकर 52 मिनट से देर रात 12 बजकर 47 मिनट तक है।

23 दिसंबर 2022, शुक्रवार- हनुमान जयंती (तमिल), दर्श अमावस्या, अन्वाधान, पौष अमावस्या

हिंदू धर्म में पौष अमावस्या का काफी अधिक महत्व है। इस दिन स्नान दान का विशेष महत्व है। इस दिन पितरों का श्राद्ध और तर्पण करना काफी शुभ माना जाता है। पौष माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि 22 दिसंबर,  गुरुवार को शाम 07 बजकर 13 मिनट आरंभ हो रही है जो अगले दिन 23 दिसंबर, शुक्रवार को शाम 03 बजकर 46 मिनट पर समाप्त हो रही है।

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तमिल हनुमान जयंती 2022

देश भर में हनुमान जयंती अलग-अलद दिन मनाने की परंपरा है। तमिल कैलेंडर के अनुसार, भगवान हनुमान का जन्म पौष की अमावस्या तिथि के दिन हुआ था। इसी कारण इस दिन धूमधाम से हनुमान जयंती मनाते हैं।

24 दिसंबर 2022, शनिवार- चंद्र दर्शन

पंचांग के अनुसार, अमावस्या के बाद चंद्र दर्शन करना शुभ माना जाता है। अमावस्या तिथि समाप्त होने के बाद शुक्ल पक्ष में चंद्र दर्शन करना शुभ माना जाता है। इस दिन कई भक्त व्रत भी रखते हैं और शाम को चंद्र देव की विधिवत पूजा करने के बाद व्रत खोलते हैं। चंद्रमा को ज्ञान, बुद्धि और मन का स्वामी माना जाता है।

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