Weekly Vrat Tyohar (24 To 30 April 2023): इस सप्ताह मनाएं जाएंगे गंगा सप्तमी, सीता नवमी जैसे प्रमुख त्योहार
Weekly Vrat Tyohar 24 April To 30 April 2023 अप्रैल महीने का अंतिम सप्ताह शुरू हो चुका है। बता दें कि इस सप्ताह में कई महत्वपूर्ण व्रत एवं त्योहार मनाएं जाएंगे। आइए पढ़ते हैं इस सप्ताह पड़ने वाले व्रत एवं त्योहारों की सूचि।
By Shantanoo MishraEdited By: Shantanoo MishraUpdated: Mon, 24 Apr 2023 09:53 AM (IST)
नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क | Weekly Vrat Tyohar 24 April To 30 April 2023: अप्रैल मास का अंतिम सप्ताह शुरू हो चुका है। बता दें कि हिंदू वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से अप्रैल मास का आखिरी सप्ताह शुरू हुआ है। हिन्दू पंचांग के अनुसार इस सप्ताह में कई महत्वपूर्ण व्रत एवं त्योहार मनाए जाएंगे। अप्रैल मास के अंतिम सप्ताह में आदि शंकराचार्य जयंती,गंगा सप्तमी और सीता नवमी जैसे महत्वपूर्ण व्रत और त्योहार मनाए जाएंगे। ऐसे में आइए जानते हैं इस सप्ताह में पढ़ने वाले व्रत एवं त्योहारों की सूची और उनका महत्व।
25 अप्रैल 2023, मंगलवार- शंकराचार्य जयंती, सूरदास जयंती, स्कंद षष्ठी व्रत
हिन्दू पंचांग के अनुसार, वैशाख शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि के दिन आदिगुरू शंकराचार्य जयंती और महान संत सूरदास जी की जयंती मनाई जाएगी। इस विशेष दिन पर कई बड़े धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इसके साथ इस दिन मासिक स्कंद षष्ठी व्रत भी रखा जाएगा।
27 अप्रैल 2023, गुरुवार- गंगा सप्तमी
हिन्दू धर्म में गंगा सप्तमी पर्व का विशेष महत्व है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, गंगा सप्तमी के दिन ही मां गंगा का धरती पर उद्गम हुआ था। इस विशेष दिन पर मां गंगा की उपासना करने से और गंगा स्नान करने से साधक के सभी दुख दूर हो जाते हैं और जीवन में सुख-समृद्धि का आगमन होता है।28 अप्रैल 2023, शुक्रवार- बगलामुखी जयंती, मासिक दुर्गाष्टमी व्रत
प्रत्येक वर्ष वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि के दिन देवी बगलामुखी जयंती मनाई जाती है। माता बगलामुखी दस महाविद्याओं में से आठवीं महाविद्या हैं और इनकी उपासना करने से वाद-विवाद, न्यायिक मुकदमें, शत्रुओं पर विजय की प्राप्ति होती है।
29 अप्रैल 2023, शनिवार- सीता नवमी
हिन्दू पंचांग के अनुसार, वैशाख मास की शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि के दिन माता सीता का प्राकट्य दिवस मनाया जाता है। माता सीता की उपासना करने से व्यक्ति को विशेष लाभ मिलता है और रोग, दोष व पारिवारिक कलह से मुक्ति प्राप्त हो जाती है।डिसक्लेमर- इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।